
सारंगपुर के वार्ड क्रमांक 16 में रहने वाली लक्ष्मीबाई लोहा कूटने वाले परिवार से ताल्लुक रखती है। पचोर से गाड़ी खींच कर लौट रही थी। रास्ते में जनशिक्षक देवीसिंह नागर ने देखा तो अपनी बाइक से महिला की गाड़ी बांधकर उसे उसके घर तक छोड़ा नगर की एक दुखियारी महिला को न ही विधवा पेंशन का लाभ मिला। साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना, गरीबी रेखा के राशन कार्ड से भी वह वंचित है। जब बैल की मौत हो गई तो पेट भरने के लिए खुद बैलों की जगह गा़डी खींच रही थी। यह मामला अब सुर्खियों में आने के बाद नगर पालिका की टीम प़डताल करने के लिए मौके पर पहुंचने की तैयारी में है। साथ ही हरसंभव मदद की बात निकाय द्वारा कही जा रही है।जानकारी के मुताबिक सारंगपुर के वार्ड क्रमांक 16 में रहने वाली लक्ष्मीबाई लोहा कूटने वाले परिवार से ताल्लुक रखती है। उसके परिवार वाले पहले बैलों के जरिए जगह-जगह बैलगा़डी लेकर जाया करते थे। लेकिन पिछले दिनों उसके बैल मर गए। बैल मरने के बाद उनके पति हजारीलाल का भी निधन हो गया था। ऐसे में खुद व बच्चों का पेट भरने के लिए वह कामकाज के सिलसिले में पचोर से खुद बैल की जगह गा़डी खींचते हुए सारंगपुर के लिए लौट रही थी,