भाजपा-आरएसएस नीत हिंदू राष्ट्र के सपना को शिकस्त देने को बहुजन संसद को सफल करें : गौतम
पूंजीवाद, फासीवाद, मनुवाद, संप्रदायवाद, नफरत, उन्माद, बेरोजगारी, मंहगाई, गरीबी के खिलाफ सामाजिक न्याय हेतु बहुजन आंदोलन तेज हो : किरण देव यादव
सत्ता एवं व्यवस्था परिवर्तन की लड़ाई तेज हो : उमेश ठाकुर
खगड़िया। देश बचाओ अभियान का बैठक 12 मार्च 2023 को रविंद्र भवन पटना में सामाजिक न्याय आंदोलन के बैनर तले आहूत “बहुजन संसद” को सफल करने को लेकर लक्ष्मी कंपलेक्स खगड़िया में कन्वेंशन का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता अभियान के संस्थापक अध्यक्ष किरण देव यादव ने किया। बैठक में सामाजिक आंदोलन के प्रदेश नेता गौतम जी, देश बचाओ अभियान के महासचिव उमेश ठाकुर, संयुक्त सचिव रोशन चंद्रवंशी रामजी ठाकुर, पांडव ठाकुर, उपाध्यक्ष डॉ कमल किशोर यादव, छात्र नेता दीपक कुमार, सुनील कुमार, चंद्रजीत यादव, शंकर पासवान, राजेंद्र राम, तेज नारायण यादव, जयप्रकाश शाह, अंगद यादव, अनुज शर्मा आदि ने भाग लिया।
सामाजिक न्याय आंदोलन के नेता गौतम कुमार ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव उपरांत आर एस एस – भाजपा के सत्तासीन होने पर लोकतांत्रिक एवं धर्मनिरपेक्ष देश भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित कर दिया जाएगा, उक्त स्थिति में बहुजन “दावेदारी भागीदारी बराबरी” हेतु बहुजन संसद में बहुजन के हित में प्रस्ताव पारित कर वैकल्पिक नेतृत्व एवं राजनीति की जरूरत है। देश बचाओ अभियान के संस्थापक अध्यक्ष किरण देव यादव ने देश में व्याप्त धार्मिक उन्माद, नफरत, बेरोजगारी, महंगाई, निजीकरण, गरीबी, फासीवाद, पूंजीवाद, मनुवाद, संप्रदायवाद के खिलाफ बहुजनों को एकजुट कर आवाज बुलंद करने हेतु आहूत बहुजन संसद में अधिक से अधिक संख्या में भाग लेने का अपील किया। श्री यादव ने व्यवस्था परिवर्तन करने के लिए सत्ता परिवर्तन के लिए आंदोलन तेज करने का आह्वान किया। अभियान के महासचिव उमेश ठाकुर ने कहा कि समाजवाद की स्थापना को बहुजन क्रांति को तेज करना होगा। अभियान के उपाध्यक्ष डॉ कमल किशोर यादव अधिवक्ता ने कहा कि पेरियार, शहीदेआजम भगत सिंह, डॉक्टर अंबेडकर, ललई यादव, कर्पूरी ठाकुर, जगदेव प्रसाद के सपनों को साकार करने एवं उनके सपनों का भारत बनाने के लिए 85% बहुजनों को एकजुट होना होगा। कन्वेंशन में सर्वसम्मति से 11 फरवरी 2023 को 4:00 बजे शाम खगरिया से इंटरसिटी एक्सप्रेस से पटना कूच करने का निर्णय लिया गया। तथा 100 बहुजन कार्यकर्ता बहुजन संसद में भाग लेने का निर्णय लिया गया। तथा बहुजन से संबंधित पर्चा वितरण किया गया।