
नए जिले मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी क्षेत्र में संचालित हो रहे छात्रावासों की मॉनिटरिंग नहीं हो रही है। यहां रहने वाले विद्यार्थी संस्था प्रमुखों की मनमानी सह रहे हैं। इस वजह से आए दिन शिकायतें सामने आ रहीं हैं। मानपुर में स्थित पोस्ट मैट्रिक आदिवासी कन्या छात्रावास की छात्राएं यहां पदस्थ छात्रावास अधीक्षिका के रवैये से बेहद परेशान हैं। शनिवार को छात्राओं ने मोहला पहुंचकर कलेक्टर और एसपी से अधीक्षिका के खिलाफ शिकायत की। बताया कि मेस का संचालन छात्राएं करती हैं। अधीक्षिका मेस के लिए लकड़ी की खरीदी करने 2600 रुपए मांग रहीं थीं पर छात्राओं ने 1800 रुपए में लकड़ी की व्यवस्था कर ली। इस बात से नाराज अधीक्षिका ने 35 छात्राओं को बारी-बारी से 50-50 उठक-बैठक करने की सजा दी। इसके चलते छात्राएं परेशान हैं। छात्राओं ने आरोप लगाया कि हॉस्टल में रहने के नाम पर 1300 रुपए हर माह वसूल करतीं हैं। कलेक्टर एस जयवर्धन ने शिकायत बाद जांच के आदेश दिए हैं। मामले में पुलिस की ओर से बयान भी दर्ज कर लिया गया है। छात्राओं ने यह भी बताया कि बार-बार की प्रताड़ना से तंग आकर कुछ छात्राओं ने हॉस्टल छोड़ दी है और वे किराए के मकान में रहने मजबूर हैं। छात्राओं ने अधीक्षिका के खिलाफ एफआईआर करने और पद से बर्खास्त करने की मांग की है। छात्राओं ने एसपी को बताया कि अधीक्षिका सभी छात्राओं को जातिगत रूप से गाली-गलौज करती हैं। मेस के संचालन में मनमानी कर रहीं हैं। आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में संचालित छात्रावासों की नियमित रूप से मॉनिटरिंग नहीं हो रही है। शिकायत है कि अधीक्षक छात्रावास में नियमित रूप से रहते नहीं हैं। मानपुर और मोहला क्षेत्र के छात्रावासों से भोजन सही नहीं मिलने की भी शिकायत सामने आ रही है। छात्राओं ने कहा कि अधीक्षिका को नहीं हटाया जाएगा तो सड़क पर उतरकर आंदोलन करेंगे। बताया कि अधीक्षक यहां रहने वाली छात्राओं को आदिवासी नहीं मानती। जबकि सभी छात्राएं आदिवासी हैं। एसपी सहित कलेक्टर जयवर्धन ने मामले में जांच का आश्वासन दिया है। छात्राओं ने कलेक्टर और एसपी को बताया कि अधीक्षक स्वयं नियमित रूप से हॉस्टल में नहीं रहती हैं।