बेतिया : पश्चिम चम्पारण जिला के बगहा अनुमंडल अंतर्गत मधुबनी प्रखण्ड के गदियानी में पीपी तटबंध पर गंडक नदी के कटाव से खतरा बढ़ गया है। यहां नदी लगभग सात सौ मीटर में तटबंध के समीप तेजी से कटाव करने लगी है। इससे बांध पर दबाव बढ़ता ही जा रहा है। शनिवार की सुबह गदियानी ढाला नदी की धारा में वीलिन हो गयी। इसके डाऊन स्ट्रीम में लगभग सौ मीटर में कर्व बनाकर तटबंध की पटरी पर कटाव कर रही है। यहां नदी के धार से तटबंध की दूरी करीब 6 मीटर बची है। कटाव रोकने के लिए युद्ध स्तर पर फल्ड फाइटिंग किया जा रहा है। फिर कर्व एरिया से डाऊन स्ट्रीम में रंगललही ठोकर तक कटाव हो रहा है। गदियानी ढाला (16.5 किमी पीपी तटबंध) के अप स्टीम में बांध के अपरन (पटरी) में तेज कटाव हो रही है। फसल सहित खेत धारा में विलिन होता जा रहा है। तटबंध के अस्तित्व बचाने के लिए अफरा तफरी सी मची हुई है। चीफ इंजीनियर पूरी टीम के साथ कैंप कर रहे हैं। मधुबनी के बीडीओ व सीओ धनहा पुलिस तटबंध पर मौजूद हैं। कार्यपालक अभियंता राजेश कुमार ने कहा कि एंटीरोजन वर्क फ्लैंक आऊट हो जाने के बाद गदियानी रंगललही को अतिसंवेदनशील मान लिया गया है। तटबंध बचाने के लिए अलर्ट मोड में कार्य प्रगति पर है, काम हो रहा है। बताया जाता है कि बीते दो दिनों से स्थिति काफी खराब हुई। ग्रामीणों ने ईई व एई पर फल्ड फाइटिंग में लगातार लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। कहा यहां फल्ड फाइटिंग में अनियमितता की नतीजा ही तबाही की जड़ है। बताया जाता है कि जब भी दबाव बढ़ा कटाव लगा फल्ड फाइटिंग हुआ। फिर जब वह कार्य धारा में विलिन होने पर फल्ड फाइटिंग कराया जाता था। समय रहते बचाव कार्य को सुरक्षित बचाए रखने का प्रयास नही किया गया। नतीजतन कटाव में किसानों का अब तक 40 एकड़ से ज्यादा खेत व फसल धारा में विलिन होगया। अब बांध कटने की नौबत आ गई है। गदियानी में नदी की धारा ने रौद्र रुप धारण कर लिया है। इससे लोगों में दहशत है। अभियंता तटबंध बचा लेने का दवा कर रहे हैं।