मूलभूत सुविधाओं से वंचित, झखरा का डबरा टोला, नाला नहीं होने के कारण, आधा दर्जन घरों में घुसा वर्षा का पानी
बेतिया : पश्चिम चम्पारण जिला अंतर्गत झखरा के डबरा टोला में वहां के लोगों को मूलभूत सुविधाओं का घोर आभाव है। विगत दो दिन से अनवरत मूसलाधार वर्षा से जलजमाव व आधा दर्जन घरों में पानी घुसने को लेकर ग्रामीणों ने झखरा में प्रदर्शन किया। प्रदर्शन करने वालों में आरती देवी, तारा देवी, मुखलाल यादव, रामचंद्र यादव, नीरज कुमार व अन्य मुख्य हैं। उनका कहना है कि झखरा वार्ड नंबर-05 डबरा टोला में घनी आबादी है, किंतु नाला निर्माण नहीं किया जा सका है। नाला के अभाव में वर्षा जल की निकासी नहीं हो रही है। अनवरत वर्षा से आधा दर्जनभर घरों में पानी घूस चुका है। जिससे घर मे रखे खाद्यान्न, चूल्हा, चौकी, वस्त्र व अन्य दैनिक उपयोगी सामग्री बर्बाद हो गए। भोजन बनाने की समस्या उत्पन्न हो गई है। जलावन की लकड़ी भी पानी मे डूब चुकी है। जल निकासी का कोई साधन नहीं होने से गांव जलमग्न है। गांव के लगभग तीन चार लोगो का घर पानी में जलजमाव से ध्वस्त हो चुका है। बच्चो को स्कूल जाने, बुढ़े लोगो को घर से निकलने मे भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पशु का चारा नही मिलने से पशुपालक भी चिंतित हो उठे है। मुख्यमंत्री ग्रामीण संपर्क योजना अंतर्गत सड़क का निर्माण पिछले वर्ष कराया गया, परंतु उसी समय ग्रामीणों ने पानी निकासी के लिए नाला निर्माण की मांग किया गया। नाला का निर्माण नहीं होकर सड़क निर्माण करने का विरोध भी किया। लेकिन पंचायत के जनप्रतिनिधि उस समय नाला निर्माण का आश्वासन देकर सड़क निर्माण करा लिए, लेकिन नाली निर्माण नही हो सका। जिसके कारण सड़क उंची हो गई व पानी निकासी की कोई व्यवस्था नहीं की जा सकी। इसकी शिकायत जनप्रतिनिधि से लेकर प्रखंड के वरीय पदाधिकारी तक को की गई है। बरसात पूर्व इसका कोई समाधान नहीं हो पाया। जिसके फलस्वरूप प्रतिवर्ष लोग ऐसी समस्या से जूझ रहे हैं, जबकि विपिन कुमार, वीसी यादव, वीर बहादुर यादव का कहना है कि गांव आजादी के 75 वर्ष बाद भी मूलभूत समस्याओं से जूझ रहा है। गांव गांव नाली गली योजना की धज्जियां उड़ाई गई। वर्षो पूर्व गांव में बिजली के खंभे गाड़ दिये गए, लेकिन तार के अभाव में बिजली गांव के दर्जनों घरों तक नहीं पहुंची। गांव के लोग चंदा इकट्ठा करके किसी तरह से तार बिजली के खंभों लगवाए, लेकिन उससे भी सुचारू रूप से बिजली की आपूर्ति नहीं हो पाती है। अभी तक गांव में नल जल नहीं पहुंचा है।जिसके कारण लोग कम लेयर के चपाकल(हैण्ड पम्प) के दूषित जल ग्रहण को विवश हैं। जिनसे महामारी फैलने की आशंका बनी रहती है। इस समस्या का निदान त्वरित नहीं किया गया तो लोग प्रखंड मुख्यालय पर धरना व अनशन करने को विवश होंगे। गुरुवार के प्रदर्शनकारियों में किशोर यादव, दिलीप यादव, ओम यादव, बुनि यादव, यादव, अर्जुन यादव, शीला देवी, घुनिया देवी, अंशु कुमार अन्य शामिल रहे।