मनुष्य की भलाई के लिए देहदान की उदाहरणात्मक मिसाल कायम करने वालो में ग्राम लोहरसी पाटन के चंद्राकर दंपती का नाम भी शामिल हो गया है। देहदानी रिटायर्ड हेडमास्टर संतराम चंद्राकर और उनकी पत्नी बिंन्दु चंद्रकार के देहदान के लिए प्रनाम के अध्यक्ष पवन केसवानी नें उनके घर जाकर काउंसलिंग की।
जिसके माध्यम सें संतराम चंद्राकर ने राजीवलोचन आयुर्वोदिक काँलेज चंदखुरी के नाम देहदान की वसीयत जारी करते हुए एक दुसरे की वसीयत में साक्षी रिश्तेदारके रुप में हस्ताक्षर किया।