चोरी की बाइक बता, बाइक ऑनर को न्यायालय को सुपुर्द किया
बेतिया : पश्चिम चम्पारण जिला के बेतिया पुलिस अंतर्गत योगापट्टी थानाध्यक्ष पर जिला जज ने एफआईआर का आदेश दिया है। बताया गया है कि लौरिया विधान सभा क्षेत्र अन्तर्गत योगापट्टी थानाध्यक्ष मनोज कुमार प्रसाद पर चोरी की बाइक बताकर बाइक ऑनर को न्यायालय को सुपुर्द किया। पुलिस प्रतिवेदन के आधार पर न्यायालय ने बाइक ऑनर को जेल भेजा। बाद में ज्ञात हुआ कि बाइक के मूल कागजात के साथ थानाध्यक्ष ने हेराफेरी किया। कागजात से छेड़छाड़ करने के आरोप में पश्चिम चम्पारण के जिला व सत्र न्यायाधीश त्रिलोकी दुबे ने मामला को गंभीरतापूर्वक लिया और योगापट्टी थानाध्यक्ष मनोज कुमार प्रसाद के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करने का आदेश बेतिया पुलिस अधीक्षक डी मकेश को दिया है। उल्लेखनीय है कि थानाध्यक्ष मनोज कुमार प्रसाद ने 12 जुलाई 2023 को सात युवकों को आर्म्स एक्ट, धोखाधड़ी व चोरी के समान बरामद होने पर मामला दर्ज कर न्यायालय को सुपुर्द किया। नामजद आयुक्तों के पास समान की बरामदगी दिखाई गई, उसी मामले में एक अभियुक्त इनरवा गांव निवासी महताब आलम भी बताया गया, थानाध्यक्ष ने जब्ती सुची में दावा किया कि इनरवा थाना क्षेत्र के सकरौल नहर के समीप महताब को गिरफ्तार किया गया, उसके पास से एक बाइक बरामद की गई। बाइक का नंबर प्लेट नहीं था, इंजन चेचिस नंबर से छेड़छाड़ की गई है। महताब को न्यायालय को सुपुर्द करने, न्यायालय के आरोपी को जेल भेजने के बाद इस मामले में उसके परिजनों ने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में जमानत अर्जी दाखिल किया। उनके यहां से जमानत अर्जी खारिज होने के बाद जिला जज के न्यायालय में उन लोगों के द्वारा जमानत अर्जी दाखिल की गई। परिजनों ने बताया कि जिस गाड़ी को थानाध्यक्ष ने चोरी का बताकर गाड़ी के मालिक महताब को जेल भेजा, वह बाइक महताब की निजी बताई गई है, जिसे फाइनेंस कंपनी से लोन पर ली गई थी। योगापट्टी थानाध्यक्ष ने दुर्भावना से ग्रस्त होकर महताब को फंसाने के लिए इंजन व चेचिस नंबर से छेड़छाड़ की है। छेड़छाड़ किए गए दो-तीन नंबर को छोड़कर और सभी नंबर गाड़ी के रजिस्ट्रेशन में उल्लेखित है। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला जज ने थानाध्यक्ष को जब्त गाड़ी लेकर न्यायालय में उपस्थित होने व परिजनों को बाइक की ओरिजिनल चाबी व कागजात लेकर आने का आदेश दिया। आदेश के उपरांत पुलिस व पीड़िता दोनों पक्ष गाड़ी व कागजात लेकर न्यायालय पहुंचे। न्यायालय में उपस्थित होने के बाद न्यायाधीश के आदेश पर परिजनों के पास की ओरिजिनल चाबी को बाइक में प्रयोग किया गया, उसके बाद बाइक स्टार्ट हो गया। न्यायाधीश ने थानाध्यक्ष पर एफआईआर के लिए एसपी बेतिया को निर्देश दिया है।