रायपुर की समता काँलोनी की रहने वाली 40 साल की नम्रता दिवाकर सोनी के कर्टन्स की छत्तीसगढ़ के अलावा विदेशो में भी पहचान बनी है। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविधालय के इंक्यूबेशन सेंटर के स्टार्टअप विग से प्रोडक्ट शुरु करने वाली नम्रता काम के दौरान काम के दौरान गर्मी को दूर करने के लिए सोचती थी कि कुछ ऐसा बनाएं जो प्राकृतिक तौर पर ठंड़ा करे। तब नम्रमा नें नौकरी छोड़ी और कूलिंग कर्टन्स की रिसर्च में लग गई। को फाउंडर रविकांत सोनी का उन्हें सहयोग मिला।