“हो ली” अर्थात् जो कुछ हुआ वह हो गया, हो लिया। जो सीन हुई हो ली अर्थात् बीत गई, बीती को बीती करने के लिए सदा ड्रामा की ढाल को यूज़ करो। होली का रंग पक्का तभी लगता है जब हर वक्त याद रहता कि हो ली, जो बीता हो गया। वह कभी ड्रामा की कोई भी सीन देखते क्यों, क्या, कैसे.. इन प्रश्नों में उलझते नहीं। सदा ज्ञान मंथन कर अपनी होलीएस्ट और हाइएस्ट स्टेज बना लेते हैं।
रंग और मिठाई का पावन पर्व होली आ गयी है। इस बरस होलिका दहन 7 मार्च 2023 को है और रंग 8 मार्च को होली खेला जायेगा। होली के उत्सव को भारत में बहुत धूमधाम से मनाते हैं । होली के रंगों को जीवन में खुशहाली का प्रतीक माना जाता है । वहीं इस त्योहार में पारम्परिक व्यंजन बनते हैं, जिनसे मुँह मीठा कर लोग एक दूसरे को होली की शुभकामना देते हैं । दोस्त, आस पड़ोस के लोग, रिस्तेदार और प्रिय जन आपस में गले मिलते हैं । होली के पावन पर्व की शुरुआत आप भी अपने दोस्तों, रिश्तेदार व करीबियों को शुभकामनाएं देकर कर सकते हैं । यदि प्रियजनों से मिल नहीं सकते तो व्हाट्सएप या फेसबुक के माध्यम से होली 2023 फोन से बात करते है