बेतिया: पश्चिम चम्पारण जिला के नरकटियागंज अनुमंडल अंतर्गत गौनाहा प्रखण्ड के ग्रामीण क्षेत्र में रॉयल बंगाल टाइगर की चहल कदमी ने लोगों की नींद उड़ा दिया है। उल्लेखनीय है कि विगत दिनों बगहा अनुमंडल के रामनगर और बगहा विधान सभा क्षेत्र में रॉयल बंगाल टाइगर ने आधा दर्जन से अधिक लोगों को शिकार बनाया और अंततोगत्वा रामनगर विधानसभा क्षेत्र में उसे मार गिराया। बावजूद इसके वीटीआर प्रशासन ने व्याघ्र अभ्यारण्य से बाहर निकलने से रोकने का कोई ठोस कदम नहीं उठाया। वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना के मंगुराहा वन क्षेत्र से रॉयल बंगाल टाइगर भटक कर पिपरा, पड़रौन, मठ मंझरिया व खरकटवा की बस्तियों में पहुंच गया है। जिसके कारण दो दिनों से उपर्युक्त क्षेत्र के लोगों में दहशत व्याप्त है। ग्रामीणों ने वन विभाग को इसकी सुचना दे दी गयी है। ग्राम पंचायत राज बजड़ा बैरिया के मुखिया जयप्रकाश महतो के हवाले से बताया गया है कि खरकटवा गांव के उत्तर मंदिर के आस-पास रॉयल बंगाल टाइगर का फूट मार्क देखा गया है। उधर मंगुराहा रेंज के रेंजर सुनील कुमार पाठक के हवाले से बताया गया है कि ग्रामीणों ने रॉयल बंगाल टाइगर का पद चिन्ह मिलने की सुचना रविवार की शाम मिली है। वनकर्मियों को उपर्युक्त क्षेत्र में भेजा गया है। वन्य कर्मियों ने रॉयल बंगाल टाइगर के पद चिन्ह की पुष्टि किया है। वन कर्मियों ने उपर्युक्त क्षेत्र में प्रचार-प्रसार कर लोगो को जागरुक किया जा रहा है। जिससे लोग अपने पशु को लेकर उधर नही जाएं, लोगों को उन क्षेत्रों में जाना प्रतिबंधित कर दिया गया है। रेंजर के हवाले से बताया गया है कि पंडई नदी के रास्ते भटक कर रॉयल बंगाल टाइगर ग्रामीण क्षेत्र में चला गया है। उसे जंगल कि तरफ मोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। वनकर्मी बाघ के फूट मार्क पर नजर रखे हुए है। शीघ्र रॉयल बंगाल टाइगर जंगल की तरफ चला जायेगा। खबर है कि रॉयल बंगाल टाइगर जंगल से निकलकर 15-20 किलोमीटर दुर दक्षिण दिशा में निकल गया है। फिलहाल किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है, अलबत्ता गौनाहा के पडोसी नरकटियागंज और मैनाटांड क्षेत्र के लोगों को सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।