नगर-क्षेत्र में रविवार की दोपहर अचानक दुकानों के शटर धड़ाधड़ गिरने लगे। दुकानदार खिसक लिए। प्रतिष्ठानों के अचानक बंद हो जाने के कारण दूर-दराज से सामान की खरीदारी करने आए ग्राहक सोचने पर विवश हो गए। हालांकि, जीएसटी टीम के डर से शाम तक दुकानें नहीं खुली थीं। नगर में दोपहर में बाजार में अच्छी-खासी चहल-पहल थी। लोग दुकानों में खरीदारी कर रहे थे। इसी बीच भलुअनी में जीएसटी टीम द्वारा दुकानों की जांच करने की सूचना फैल गई। जानकारी होते ही दुकानदार आनन-फानन ग्राहकों को बाहर कर प्रतिष्ठानों के शटर गिराने लगे। अचानक दुकानों के बंद होने और दुकानदारों के खिसक लेने से ग्राहक परेशान हो गए।
दूसरी ओर मईल चौराहे पर सुबह नौ बजे दुकान खुलते ही जीएसटी टीम की ओर से छापेमारी किए जाने की अफवाह फैल गई। इसके कारण दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद कर दीं। पिछले करीब तीन दिनों से नगर सहित भलुअनी, करुअना, गड़ेर, सोनाड़ी, कपरवार, भागलपुर, बरांव आदि क्षेत्रों में दुकानदारों में जीएसटी टीम की सक्रियता को लेकर खौफ बना हुआ है।
फोटो समाचार जीएसटी के नाम पर नहीं रुका उत्पीड़न तो चुप नहीं बैठेंगे व्यापारी उद्योग व्यापार मंडल की बैठक में लिया गया निर्णय, छापेमारी का विरोध जारी रखने का लिया निर्णय संवाद न्यूज एजेंसी सलेमपुर। उद्योग व्यापार मंडल की रविवार को नगर में हुई बैठक में व्यापारियों ने जीएसटी सर्वे-छापेमारी के नाम पर हो रहे उत्पीड़न के विरोध में आक्रोश जताया। उन्होंने कहा कि यदि उनका उत्पीड़न नहीं रुका तो वे चुप नहीं बैठेंगे। उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष सुधाकर गुप्त ने कहा कि भाजपा सरकार जीएसटी के नाम पर उन व्यापारियों का भी उत्पीड़न कर रही है, जो इस दायरे में नहीं आ रहे हैं। बिना नोटिस जारी किए जांच की जा रही है। यह नियम विरुद्ध है। अगर इस पर लगाम नहीं लगी तो 15 दिसंबर के बाद अधिकारियों का पुतला दहन किया जाएगा। संजय पांडेय ने कहा कि यह सरकार व्यापारी वर्ग को प्रताड़ित करने का काम कर रही है। हरिश्चंद्र जायसवाल ने कहा कि सरकार को टैक्स चोरी करने वालों को पहले चिन्हित कर कार्रवाई करनी चाहिए। सभी व्यापारियों को एकजुट होने की आवश्यकता है। बैठक को बसंत जायसवाल, अनिल वर्मा, अभिजीत गुप्ता, रविशंकर गुप्ता, प्रदीप कुमार वर्मा, शंभू वर्मा, मेवालाल, जाबिर खान, बबलू पांडेय, आदि ने संबोधित किया।
दुकानें बंद कर संघर्ष की दी चेतावनी