Sat. Apr 20th, 2024

ऑल इंडिया होलसेल प्राइस इंडेक्स पर आधारित थोक महंगाई की वार्षिक दर में सितंबर महीने में राहत दिखी है। भारत सरकार की ओर से जारी पर आधारित आंकड़ों के अनुसार सितंबर में थोक महंगाई दर 12.6% दर्ज की गई है। अगस्त 2022 में यह आंकड़ा 12.36 प्रतिशत था। वहीं, सितंबर 2021 में यह दर 11.80 प्रतिशत थी। 

सितंबर में लगातार 4 महीने गिरावट दर्ज की गई है। यह 18 महीनों के सबसे निम्नतम स्तर पर पहुंच गया है। हालांकि, पिछला डेढ़ वर्ष से यह 15 फीसदी के स्तर से ऊपर बनी हुआ है। सितंबर महीना  में थोक मूल्य सूचकांक मुद्रास्फीति में आई तेज गिरावट खाद्य पदार्थों और विनिर्मित उत्पादों की कीमतों में कमी आने के कारण दर्ज की गई है। बता दें कि शुक्रवार को वाणिज्य मंत्रालय की ओर से थोक महंगाई दर से जुड़े आंकड़े जारी किए हैं। विनिर्मित उत्पादों और तिलहन में थोक महंगाई दर क्रमशः 6.25 प्रतिशत और – 16.55 प्रतिशत रही। बता दें कि आरबीआई मुख्य रूप से मौद्रिक नीति तैयार करने के लिए खुदरा मुद्रास्फीति को ध्यान में रखता है। इस सप्ताह की शुरुआत में जारी आंकड़ों के अनुसार खुदरा मुद्रास्फीति लगातार 9 वें महीना रिजर्व बैंक की ऊपरी सहिष्णुता सीमा 7 प्रतिशत से ऊपर रही और सितंबर में 6 महीने के उच्च स्तर 7.41 प्रतिशत पर रही।

Spread the love

Leave a Reply