नवरात्रि 2022: यहां के कैंट क्षेत्र में करीब 600 साल पुराना माता काली का मंदिर ख्यातिनाम है। माता की भव्यता इतनी है कि गर्भगृह का एसी बंद करने के बाद माता को पसीना आने लगता है। ऐतिहासिक और चमत्कारी रूप लोगों को काफी आकर्षित करता है।
यहां के कैंट क्षेत्र में करीब 600 साल पुराना माता काली का मंदिर ख्यातिनाम है। माता की भव्यता इतनी है कि गर्भगृह का एसी बंद करने के बाद माता को पसीना आने लगता है। ऐतिहासिक और चमत्कारी रूप लोगों को काफी आकर्षित करता है। दूर-दूर से लोग माता के दर्शन के लिए यहां पहुंचते हैं और अपनी मनोकामना उनके समक्ष रखते हैं। एसी बंद करने के बाद मां के पसीने वाले स्वरूप को देखकर सहसा लोगों को विश्वास नहीं हो पाता है। जबलपुर में लगभग 600 साल पहले काली की भव्य प्रतिमा को गोंडवाना साम्राज्य के दौरान स्थापित किया गया था। कहते हैं तब से ही माता की प्रतिमा को जरा-सी भी गर्मी सहन नहीं होती और मूर्ति को पसीने आने लगते हैं। समय के साथ ही मंदिर में एसी लगवाए गए, ताकि माता को गर्मी न लगे। इस वजह से मंदिर में हमेशा एसी चलता रहता है। कभी-कभी किन्हीं कारणों से एसी नहीं चलता है या फिर बिजली जाती है तो मूर्ति से निकलते पसीने को साफ-साफ देखा जा सकता है। काली माता के पसीने निकलने के कारणों पर अनेक बार खोज भी की गई है, लेकिन विज्ञान के पास भी इस सवाल का कोई जवाब नहीं है।