
नवंबर 2020 में शुरू हुए घड़ी चौक सुपेला फ्लाई ओवर का इंतजार गुरुवार को खत्म हो गया। फ्लाई ओवर पर वाहनों की आवाजाही को लेकर गुरुवार को ट्रायल लिया गया। इसके बाद इसे शुक्रवार 23 सितंबर से अस्थाई रूप से खोल दिया गया। 24 घंटे दो पहिया और अन्य छोटे वाहनों की आवाजाही के लिए इसे खोला गया है। साथ ही में सुरक्षा के लिहाज से बैरिकेडिंग की गई है। ताकि ट्रैफिक के दबाव को कम किया जा सके। इस प्रकार करीब 3 साल में इस ब्रिज का निर्माण एक तरफ पूरा किया जा सके। इस ओवर ब्रिज के शुरू होने से दिन भर में गुजरने वाले 5 हजार से ज्यादा छोटे वाहनों को आवाजाही में परेशानी नहीं होगी। नेहरूनगर से कुम्हारी तक 4 फ्लाई ओवर का निर्माण किया जा रहा है। इसमें कुम्हारी में बने फ्लाई ओवर को एक तरफ से पहले ही खोला जा चुका है।
1569 मीटर लंबाई
87.20 करोड़ लागत
2022 जून तक होना था पूरा
03 महीने देरी से चल रहा काम
{चंद्रा-मौर्या और घड़ी चौक में गर्डर का स्पॉन का कार्य बाकी।
दिसंबर 2022 तक दोनों तरफ से वाहनों की आवाजाही होगी शुरू यातायात पुलिस के मुताबिक चंद्रा मौर्या से सुपेला के बीच निर्माणाधीन ओवर ब्रिज के एक हिस्से को शुक्रवार से दो पहिया और छोटे वाहनों के लिए खोल दिया जाएगा। गुरुवार को निर्माण एजेंसी, यातायात विभाग और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच करीब दो घंटे ट्रायल किया। इसके बाद निर्णय लिया गया है कि ओवर ब्रिज के एक तरफ को खोला जा सकता है। मई 2023 में डबरापारा ओवर ब्रिज का काम होगा पूरा, काम जारी एनएच के अधिकारियों के मुताबिक डबरा पारा ओवर ब्रिज का निर्माण कार्य पूरी तरह मई 2023 तक पूरा हो पाएगा। इसके बाद ही ओवर ब्रिज पर वाहनों की आवाजाही शुरु हो पाएगी। यातायात विभाग के अधिकारियों के मुताबिक डबरा पारा में एप्रोच रोड की चौड़ाई कम होने की वजह से पीक आवर में जाम की स्थिति बनती है। इधर काम अब भी जारी है। गर्डर लॉन्चिंग हो चुकी है।