बीएसपी प्रबंधन प्लांट परिसर में कार्यस्थल में सुरक्षा के साथ-साथ रोड़ सेफ्टी को लेकर भी एक्शन मोड में है। ओवर स्पीड और लापरवाहीपूर्वक वाहन चलाने वालों को नोटिस जारी की जा रही है। अब तक 463 से अधिक अधिकारियों-कर्मचारियो को नोटिस जारी किया जा चुका है। तीसरी बार वही गलती दोहराए जाने पर फाइन भी वसूला जा रहा है। फाइन देने वालों सीजीएम स्तर के अधिकारी और ठेकेदार भी शामिल हैं। प्लांट के अंदर लगातार हो रहे सड़क हादसों को देखते हुए रोड सेफ्टी विभाग ने जून महीने से ओवर स्पीड और लापरवाहीपूर्वक वाहन चलाने वालों के खिलाफ अभियान छेड़ रखा है। इसके लिए विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ-साथ अन्य विभागों के कर्मियों की भी वारियर के रूप में मदद ली जा रही है जो ड्यूटी ज्वाइन करने के पहले या बाद में रोड़ सेफ्टी में अपना योगदान देना चाहते हैं। बताया गया कि प्रबंधन के आव्हान पर 100 से अधिक कर्मचारी ड्यूटी के अतिरिक्त प्लांट के विभिन्न सड़कों के किनारे खड़े होकर स्पीड गनर से वाहनों की गति चेक करने के साथ रिकार्डिंग भी कर रहे हैं। इसके आधार पर प्रबंधन जून से लेकर अगस्त तक 463 अधिकारियों-कर्मचारियो के साथ-साथ ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई कर चुका है। ओवर स्पीड और लापरवाहीपूर्वक वाहन चलाने वालों पर नजर रखने के लिए प्रबंधन सीसीटीवी के साथ-साथ स्पीड गन का भी इस्तेमाल कर रहा है। सीसीटीवी उन मार्गों पर लगाए गए हैं जिन पर ड्यूटी शुरू होने और खत्म होने के साथ-साथ बाकी समय भी ट्रैफिक का दबाव अधिक रहता है। हालांकि प्रबंधन ने उन मार्गों का खुलासा नहीं किया है। वहीं सेफ्टी वारियर को स्पीड गन के साथ उन सड़कों पर तैनात किया जाता है जहां सीसीटीवी कैमरे नहीं लगाए गए हैं