भिलाई के गांव समोदा में गुरु सतनाम रावटी के धर्मसमाज में बाबा गुरु घासीदास के 6 वंशज गुरु नसी साहेब ने कहा कि सतनाम धर्मसमाज के अनुसरण करनेवाला को सिर्फ सतनाम धर्म संस्कृति ही संघटित सावधान शोषण मुक्त और भयमुक्त रखते हुए आगे बढ सकते है। आज समाज के कई संगठन केवल वार्षिक जंयती कार्यक्रम तक सिमट गए है, उसके अलावा उन्हे सतनाम धर्म संस्कृति के मूल लक्ष्य से कोई लेना देना नही है।
इस दौरान उन्होने सतनाम भवन शिवाजी नगर भिलाई को स्थाई धाम बनाते हुए दुर्ग संभाग सहित प्रदेश में सतनाम धर्म संस्कृति के प्रचार प्रसार करने के घोषणा किया। उन्होने यात्रा के दौरान मिली राशि को समाज के कार्याे के लिए लगाए जाने के बात कहते हुए इसके लिए नियमानुसार ट्रस्ट का निर्माण करने के बात कही है।जिसका पूरा नियंत्रण समाज के हाथ में होगा।