धमधा के पथरिया गांव में मछली पालन के लिए बायोफ्लाँक सिस्टम स्थापित किया गया है। नवाचार के तहत इसे शुरु किया गया है। जहां 15 लाख तलापिया मछलीयों के बीज डाला गया है। महिला ग्राम संगठन के 10 महिलाओं द्वारा यह काम किया जा रहा है। इसमें निषाद 7 महिलाएं काम कर रही है। पथरिया डोमा के गौठान में मछली पालन के लिए 7.50 लाख की लागत सें बायोफ्लाँक का इंफ्रास्ट्रक्चर के रुप में 7 टंकियां बनाई गई है। 50 हजार की अतिरिक्त राशि चारे प्रोबायोटिक व अन्य उपकरणों में खर्च किया गया है।
6 महीनो में बायोफ्लाँक की टंकियों का निर्माण कराया गया है। इामें कुल 15 हजार मछलियों के बीज डाला था प्रत्येक मछली लगभग 500 ग्राम से लेकर 1 किलो वेट के लिए बढ़ाया जाएगा। अनुमानित आंकड़ा लगभग 4 कुंटल के करीब है। जिससे शुद्ध कमाई का आंकड़ा लगभग साढे़ तीन लाख होने का उम्मीद है। बायोफ्लाक बर्ड नेट डिसोल्व आँक्सीजन फ्रेश पानी साँल्ट पानी टेंस्टिग किट व टीडीएस मीटर सें सुसज्जित है।