आधुनिक युग मे ंहम मनुष्यों ने धरती, समुद्र अनेक ग्रहो व कई प्राकृतिक सत्ताओ को जान लिया और अन्य को जानने का भी निरन्तर प्रयास जारी है। हम इस आधुनिकता को अपनी महानता समझ बैठे है। लेकिन जगह जगह वृद्धाश्रम अनाथाश्रम विधवाश्रम जुआघर शराबघर, सिनेमाघर वेश्यालय होटल क्लब आदि और नित्य अखबारो में आने वाली दिल दहला देने वाली घटनाएँ ये चीजे हमारी गौरवशाली संस्कृति पर भारत देश की महानता पर जैसे कलंक है। देवी देवताओ के वंशज कहलाने वाला मानव आज दानवता के कर्म कर रहा है। भारत देश की महानता यहाँ की महान संस्कृति के कारण है। ये वो भुल गया है।