वन्य प्राणी संवर्धन, सुरक्षा व विभिन्न समस्याओं पर विस्तृत चर्चा
पटना: भारत-नेपाल अंतर्राष्ट्रीय वन सीमा समन्वय समिति की एक संयुक्त बैठक सोमवार को पश्चिम चम्पारण जिला के नरकटियागंज अनुमंडल अंतर्गत गौनाहा प्रखण्ड स्थित मंगुराहा गेस्ट-हाउस स्थित सभागार में सम्पन्न हुई। बैठक में वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना प्रमण्डल 01 व 02 तथा नेपाल के चितवन व परसा नेशनल पार्क के सभी वन विभाग के उच्च पदाधिकारी व वनकर्मी उपस्थित रहे। बैठक का मुख्य उद्देश्य वन्य प्राणी संवर्धन, सुरक्षा व वन क्षेत्र में उत्पन्न होने वाली अन्य कठिनाइयों का निवारण सुगमता व सरलता पूर्वक कैसे करें। वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना के सीएफ डॉ. नेशामणि के प्रमण्डल एक के डीएफओं प्रद्युम्न गुरौ प्रमण्डल 02 के डीएफओं पीयुष वर्णवाल, मोतिहारी के डीएफओं राजकुमार प्रसाद, डब्लू डब्लूएफ के डॉ. कमलेश मौर्य, वेटनरी के डॉ.संजीव रंजन ने वन की सुरक्षा एवं वन्य जीव की रक्षा पर विस्तार पूर्वक प्रकाश डाला। नेपाल से आए वन विभाग के चितवन नेशनल पार्क के सीएफ दिल बहादुर पुजापुन, नेशनल पार्क परसा के सीएफ रामचंद खारिवारा, नेपाल स्थित नवलपुर के डीएफओ बसंत केसव,नवलपरासी के डीएफओं महेंद्र बागले, वेटनरी डॉ चन्दरला लाम्बा, डॉ. विजय श्रेष्ठ, रेंजर प्रकाश धुमजना, सीताराम आयकर, वाल्मीकि व्याघ्र परयोजना के रेंजर सुनील कुमार पाठक, सुजीत कुमार, उत्तम कुमार शर्मा, ब्रजेंद्र पांडेय, बिनोद सिंह, राजकुमार पासवान, फील्ड बायोलॉजिस्ट पंकज कुमार ओझा व दर्जनों वनकर्मी उपस्थित रहे। डीएफओ प्रद्युम्न गुरौ ने कहा कि इसके पूर्व भी 24 जनवरी 2024 को दोनों देशों के पदाधिकारियों की एक संयुक्त बैठक मंगुरहा सभागार में सम्पन्न हुई।जिसमें महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा हुई।
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