जयनारायण प्रसाद
रात तो रात, दिन के उजाले में स्वच्छंद विचरण कर रहे हैं भालू
वाल्मीकिनगर: वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना वन प्रमंडल दो के अंतर्गत वाल्मीकि नगर वन क्षेत्र के समीप सिंचाई विभाग के अतिथि भवन जाने वाले मुख्य मार्ग में इन दिनों वन क्षेत्र से भटके दो भालूओ के स्वच्छंद विचरण करने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। रात तो दूर दिन के उजाले में भी आवासीय क्षेत्रों में विचरण कर रहे हैं जंगली दो भालू। इसी क्रम में भालू पिछले दो सप्ताह एवं बुधवार की सुबह को गंडक कॉलोनी के इर्द-गिर्द छाता चौक, महर्षि वाल्मीकि महाविद्यालय परिसर, भारतीय स्टेट बैंक के पीछे, मनोविनोद स्थल में उगे जंगल झाड़ी में, हाई स्कूल के खेल मैदान, पुराना थाना परिसर, अतिथि भवन जाने वाला मुख्य मार्ग, जटाशंकर चेक नाका व आस-पास जगहो पर चक्कर लगा रहे है। जंगली भालू को देखते ही आने-जाने वाले लोगों व गंडक कॉलोनी वासीयो में भय का माहौल व्याप्त है। जंगली भालू को देखते ही यात्रियों व गंडक कॉलोनीवासीयो ने शोरगुल मचाना शुरू कर दिया। शोरगुल को सुन भालू वन क्षेत्र की ओर भाग खड़े हुए। गौरतलब है,कि बारिश व उसके बाद पड रहे भीषण गर्मी से व्याकुल होकर वन्य जीव और सरीसृप प्रजाति के कीड़े मकोड़े भी रिहायशी क्षेत्रों में निकल रहे हैं। जिससे ग्रामीणों में भय का माहौल व्याप्त है। इस बाबत पूछे जाने पर वाल्मीकि नगर वन क्षेत्र के प्रभारी रेंजर प्रवीण कुमार गुप्ता ने बताया,कि वन क्षेत्र से रिहायशी क्षेत्र सटा हुआ है। कभी कबार वन्यजीव रिहायशी इलाकों में भटक कर चले आते हैं। अगर कोई भी वन्यजीव को देखे तो उसके साथ छेड़छाड़ ना करें तथा इसकी सूचना तुरंत वन कार्यालय को दें।