बैरिया। विभिन्न मांगों के समर्थन में आशा कार्यकर्ताओं ने पीएचसी बैरिया पर धरना प्रदर्शन कर स्वास्थ्य सम्बंधी काम काज को ठप कर दिया। अपनी 9 सूत्री मांग को लेकर 12 जुलाई 23 से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है। धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए भाकपा माले नेता सुनील राव ने कहा कि राज्य के ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा की बुनियाद के रूप में आशा कार्यकर्ता व आशा फेसिलिटेटर सेवा देती आ रही है। इनकी सेवाओं का प्रतिफल है कि सरकारी संस्थागत प्रसव बेहतर व सुरक्षित हो रहा है । साथ ही साथ जन्म-मृत्यु की दर घटी है । उसके बावजूद सरकार के द्वारा उन्हें कोई खास सुविधा नहीं दी जा रही है। उन्होने कहा कि सरकार इन महिलाओं के साथ भेदभाव कर रही है । कोरोना जैसे महामारी मे भी इन आशा कार्यकर्ताओ ने धरातल पर लोगो को बचाने मे अपनी जान भी जोखिम मे डालकर अपनी सेवा दी है। परंतु सरकार उन आशाओ की मांग पूरी नही करना नहीं चाहती है। सरकार की तानाशाही है । मुखिया नवीन कुमार व माले नेता सुरेन्द्र चौधरी ने कहा कि नौ सूत्री मांगों मे अन्य राज्यों की तरह नियत मानदेय देने की मांग आशा कर रही है । वही मानदेय 10 हज़ार करने, पोर्टल से भुगतान शुरू होने से पूर्व का सभी बकाया राशि का भुगतान करने, प्रोत्साहन-मासिक पारितोषिक राशि का अद्यतन भुगतान आदि मांगे शामिल है।जिसको लेकर आशा 12 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चली गई है ।इस मौके पर बैठक में मुख्य रूप से सहजादी खातुन,गायत्री देवी,प्रेमा देवी,किरण देवी, समीदा खातुन, हसनतारा खातुन, संजु देवी, समीदा खातुन, सरोज कुवर, माला देवी सही दर्जनो मौजुद रही।