मंत्री ने कहा कि सरकार को रजिस्ट्री करवाने वाले किसान और उससे पहले के मालिक परिवारों को ढूंढा जाएगा ताकि सभी सच्चाई सामने आ सकेगा । उन्होंने बताया कि भूमि को केवल 3 या -4 सीजन ही जोता जा सका है, इसमें घास-फूस को देखकर समझ में नहीं आता कि सौदा करने वाले किसान परिवार से हों और ऐसी जमीन इतने महंगे दाम पर खरीद लें।पंजाब के कृषि मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने रविवार को अमृतसर में सरहद पर स्थित गांव रानियां में कृषि विभाग द्वारा खरीदी गई लगभग 500 एकड़ जमीन का निरक्षण करने के बाद कहा कि किसान ‘स्कीम’ के तहत यह भूमि खरीदी गई है इसकी जांच करवाई जाएगा ।

धालीवाल ने यह बताया कि 20010 में तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की सरकार में सुच्चा सिंह लंगाह कृषि मंत्री थे और काहन सिंह पन्नू अमृतसर मे डिप्टी कमिश्नर D C। रावी नदी और सरहद पर लगी कंटीली तार के पार स्थित इस जमीन को बीज फार्म के नाम पर बहुत महंगी दर साढ़े चार लाख रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से 32 करोड़ में खरीदी की गई है । जबकि बीएसएफ की अनुमति के बिना इस भूमि में दाखिल तक नहीं हुआ। मंत्री ने कहा कि सरकार को रजिस्ट्री करवाने वाले किसान और उससे पहला मालिक परिवारों को ढूंढा जाएगा, ताकि सारी सच्चाई सामने आ सकेगा तब उसका पूछताछ होगा । उन्होंने बताया कि जमीन को केवल 3 या 4 सीजनो मे ही जोता जा सका है, इसमें घास-फूस को देखकर समझ में नहीं आता है कि सौदा करने वाले किसान परिवार से हों और ऐसी जमीन इतने महंगे दाम पर खरीद लें। 8 करोड़ की कृषि मशीनरी हो रही बर्बाद उन्होंने कहा कि इस भूमि में पानी के लिए 30 सबमर्सिबल , बिजली और ट्रैक्टर, और अन्य कृषि मशीन की खरीद पर भी 8 करोड़ रुपये के करीब खर्च हुआ। धालीवाल ने कहा कि मैंने इस फार्म को रविवार को देखा और मन दुखी हुआ है कि किस तरह सरकारी पैसे का दुरुपयोग किया गया है। मशीनरी भी खराब हो रही है । मंत्री ने कहा कि मामले को मुख्यमंत्री भगवंत मान के संज्ञान में लाकर केंद्र सरकार से तालमेल किया जाएगा, क्योंकि इसका रास्ता बीएसएफ के अधीन है। इस जमीन का उचित प्रयोग किया जाएगा।