Sat. Jul 27th, 2024


डॉक्टरों की कमी से जूझते इन सेंटरों पर सर्दी, खांसी, जुकाम व बुखार की दवाएं देकर मरीजों को चलता किया जा रहा है। कहीं-कहीं तो एक ही डॉक्टर है और जैसे-तैसे भीड़ को नियंत्रित करने का प्रयास किया जा रहा है। हर दिन जरूरत महसूस होती है वहां डॉक्टरों की तैनाती की। मगर कहीं कोई सुनने या देखने वाला नहीं।

चंडौस सीएचसी पर पिछले 15 दिन से हर दिन 400 के करीब मरीज आ रहे है। जिनमें 40 प्रतिशत मरीज खासी, जुकाम बुखार के आ रहे हैं। सीएचसी अधीक्षक के दावे के अनुसार दवाओं की कोई कमी नहीं है। मगर मरीजों की भीड़ को कैसे नियंत्रित किया जा रहा है। यह सब राम भरोसे है। कुछ ऐसे ही हालात अतरौली सीएचसी के हैं। 600 मरीज तक हर दिन आ रहे हैं। आधिकांश बुखार, खांसी, सर्दी व जुकाम के हैं। गांव काजिमाबाद जरूर ऐसा है, जहां डेंगू के मरीज मिले। सीएचसी प्रभारी डॉ. खालिद के अनुसार मरीज लगातार आ रहे हैं। दवाएं देकर उन्हें उपचार दिया जा रहा है। काजिमाबाद में भी लगातार निगरानी रखी जा रही है। गभाना सीएचसी पर हर दिन 200 से ज्यादा मरीज इसी तरह के आ रहे हैं। सीएचसी अधीक्षक डा.विपिन कुमार ने बताया कि अभी क्षेत्र में डेंगू का असर नहीं दिखा है। अकराबाद सीएचसी पर भी लगातार मरीजों की संख्या बढ़ रही है। डेंगू जांच भी की जा रही है। हालांकि जरूरत पर डेंगू के लक्षण पर सीधे उन्हें जिला मुख्यालय भेजा जाता है।

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