Sat. Jul 27th, 2024

छत्तीसगढ़ में तीन नये जिलों के गठन के बाद दो नई तहसीलों की नई कवायद शुरू हुई है। यह तहसीलें कबीरधाम जिले में ही बनाई जा रही हैं। राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने कुंडा और पिपरिया को तहसील बनाने का प्रस्ताव दिया है। सरकार ने इसपर संबंधित लोगों से 60 दिनों के भीतर दावा-आपत्ति मंगाई है। राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के विशेष सचिव जनक प्रसाद पाठक ने कुंडा को तहसील बनाने की सूचना जारी की है। यह तहसील पंडरिया से अलग कर बनाई जानी है। इसमें 88 गांव शामिल होने हैं। इस नई तहसील की उत्तरी सीमा पंडरिया तहसील, दक्षिण में बेमेतरा जिले की बेमेतरा तहसील, पूर्व में मुंगेली जिले की मुंगेली तहसील और पश्चिम में कबीरधाम जिले की कवर्धा तहसील आनी है। एक और प्रकाशित सूचना के मुताबिक कवर्धा तहसील से अलग कर पिपरिया को नई तहसील बनाया जाना है।

इस नई तहसील में कुल 99 गांव और एक नगर पंचायत को शामिल करने का प्रस्ताव है। इसकी सीमाएं उत्तर-पश्चिम दिशा में कवर्धा तहसील से जुड़ेगी। इसके दक्षिण में सहसपुर-लोहारा तहसील और पूर्व में बेमेतरा जिले की साजा और बेमेतरा तहसीलें आएंगी। कबीरधाम जिले में अभी चार तहसीलें कवर्धा, पंडरिया, बोडला और सहसपुर-लोहारा हैं। अधिकारियों का कहना है कि प्रशासनिक ईकाइयों को छोटा रखने की गरज से इन दो तहसीलों का गठन किया जा रहा है। अभी प्रदेश भर में 178 तहसीलें छत्तीसगढ़ में अभी 178 तहसीलें हैं। वहीं 70 के करीब उप तहसीलें भी कार्यरत हैं। अभी नये बने खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले में ही साल्हेवारा को तहसील बनाया गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 26 नई तहसीलों के गठन की घोषणा की थी। इसमें से कबीरधाम जिले की ये दोनों प्रस्तावित तहसीलें शामिल नहीं थीं।

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