‘किसी चार्टर्ड अकाउंटेंट को पकड़ा यहां पर। उन्होंने एक कंपनी खोली और एक डमी डायरेक्टर दे दिया। इंडियन डमी डायरेक्टर। और फिर इन्होंने फाइनेंस जैसे लोन ऐप था बैटिंग ऐप था या गेमिंग ऐप था इसके तहत लोगों को पैसा देना शुरू किया। या उनको इन्वॉल्व करना शुरू किया। और एक बार जब इनका बिजनेस शुरू हो गया तो चाइनीज खुद आ गए और इंडियन डायरेक्टर को हटाकर खुद डायरेक्टर बन गए । और फिर पेटीएम, रेजर पे या कैश पे जो गेटवेज हैं उनसे पैसे कलेक्ट करने थे और चाइना भेज देते थे। इन्होंने एक डिस्टेंस में पेटीएम से 600 करोड़ रुपये भेजे थे चाइना।’इस सवाल के जवाब में यह कहना है प्रदीप ठाकुर का, जो वरिष्ठ पत्रकार हैं।