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विश्व स्वास्थ्य संगठन ने हेपेटाइटिस दिवस मनाया
पश्चिम चम्पारण जिला अंतर्गत मझौलिया प्रखण्ड स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ ओम प्रकाश ने कहा कि हेपेटाइटिस  से बचाव के लिए वैक्सीनेशन अतिआवश्यक है। हेपेटाइटिस मानव लीवर से सम्बंधित एक खतरनाक बीमारी है। सही समय पर उसकी चिकित्सा नहीं कराने पर मौत सम्भव है। उन्होंने बताया कि इस बीमारी में 5 प्रकार के संक्रमण होते हैं। जिसमें हैपेटाइटिस ए, बी, सी, डी और ई मुख्य हैं। यह बीमारी कई कारणों से होती है। जिसमें कमजोर इम्यूनिटी, खानपान में गड़बड़ी, पोषक तत्वों का अभाव, शराब और नशीले पदार्थों का अत्यधिक सेवन करना मुख्य हैं। गौरतलब हो कि प्रत्येक वर्ष जुलाई माह में हेपेटाइटिस दिवस मनाया जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन इस बीमारी से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से इससे सम्बंधित कार्यक्रम आयोजित करता रहता है। बताते चलें कि डॉ बारुक  ब्लूमबर्ग के जन्मदिन पर हैपेटाइटिस दिवस मना कर उन्हें सम्मान दिया जाता है। विश्व हेपेटाइटिस दिवस पहली बार वर्ष 2008 में मनाया गया। डॉ ओम प्रकाश ने कहा कि इस गंभीर बीमारी के वायरस के फैलने का इंतजार ना करें बल्कि अविलंब समय पर इस बीमारी से बचाव के लिए इलाज कराएं। उन्होंने बताया कि प्रत्येक प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर हेपेटाइटिस बी से बचाव की दवाइयां और वैक्सीनेशन उपलब्ध हैं। मरीजों को इसका लाभ उठाना चाहिए। उन्होंने बताया कि इसके लिए खानपान में शुद्ध आहार शुद्ध पेयजल तथा फलों का सेवन करना चाहिए। उन्होंने बताया कि दूषित खानपान, नशीली दवाइयों का सेवन, शराब पीना असुरक्षित यौन सम्बंध, नशे का इंजेक्शन लेना हेपेटाइटिस बी और सी से ग्रसित होने का अधिक खतरा होता है। उन्होंने बताया कि इसके संक्रमण का पता लगाने का सबसे अच्छा तरीका इसकी समुचित जांच कराना है। इसका संक्रमण हमारे लीवर में गंभीर समस्या उत्पन्न कर सकता है। क्योंकि लिवर हमारे शरीर का एक प्रमुख अंग है और भोजन पचाने और टॉक्सिक पदार्थों को फिल्टर करने में मदद करता है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि सुरक्षा ही बचाव है। डॉक्टर का परामर्श संयमित जीवन और शुद्ध आहार इस बीमारी से बचाव में सहायक होता है।
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By Awadhesh Sharma

न्यूज एन व्यूज फॉर नेशन

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