बक्सर में कौन बाज़ी मारेगा यह कहना कठिन, रोचक मुकाबला
रिपोर्ट अनमोल कुमार
पटना। भाजपा ने बक्सर की अपनी लोकसभा सीट को ख़तरे में डाला, सर्व विदित हैं कि बक्सर में दशकों से बाहरी उम्मीदवार का विरोध हो रहा। विरोध के बावजूद भाजपा ने वहाँ कि जनता की भावना का तिरस्कार किया। संभावित उम्मीदवार का चेहरा नहीं दिखने से लोग भी शांत हो जाते रहे। इस बार पार्टी के अंदर से डॉ मनोज कुमार तथा बाहर से आनंद मिश्र लोगों के बीच अपनी पहचान बना रहे । प्रदेश स्तर तक भाजपा के सभी कार्यकर्ताओं को भी यह विश्वास रहा कि लंबे समय से पार्टी में विभिन्न पदों पर कार्य कर चुके डॉ मनोज का नाम अंतिम फ़ैसला होगा, किंतु अंतिम समय में पार्टी ने बाहरी उम्मीदवार के रूप में मिथिलेश तिवारी को प्रत्याशी बना दिया। पार्टी के अनुशासित कार्यकर्ता होने के कारण डॉ मनोज कुमार ने आंशिक विरोध करने के बाद पार्टी के निर्णय को स्वीकार कर लिया। चुकी आनंद मिश्रा अपनी आईपीएस की नौकरी छोड़कर आए तथा पार्टी में टिकट की आशा में रहे, इसलिए टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने निर्दलीय के रूप में अपनी दावेदारी पेश कर दी है। अब बक्सर में रोचक मुक़ाबला दिखेगा। ऐसी स्थिति में यह कहना कठिन है कि कौन बाज़ी मारेगा।