आज के युग में तनाव एक बहुत बड़ी समस्या है। आज का युग तनाव का युग ही बनकर रह गया। है। तनाव का कारण चाहे कुछ भी हो परन्तु इस समस्या का हल हमे निकालना ही होगा, नही तो यह तनाव विव्श्र में अशान्ति तो लाएगा ही साथ में विव्श्र के विनास का कारण भी बन सकता है। यदि हम व्यक्तिगत रुप में भी तथा सामूहिक रुप में भी सुख व शान्तिमय जीवन जीना चाहते है। तो हमें इस समस्या को हल करना ही होगा।
तनाव क्या है।
हमारे शरीर में रोग निरोधक शक्तिया होते है। जो रोगो से हमारे रक्षा करते है। जब भी बाहर सें कोई संक्रमण होता है। तो हमारे शक्ति रोगो से हमे बचाते है। लेकिन यदि बाहरी संक्रमण ज्यादा शक्तिशाली है। और हमारे क्षमता कम हैं। तो हमे बीमार लग जाते है। इसी प्रकार हमारे अन्दर एक मानसिक शक्ति भी है। जो कि जीवन में आने वाले समस्याओ प्रतिकूल परिस्थितियो उलझनो का सामना करते है। यदि ये सब हमारे आन्तरिक शक्ति से ज्यादा शक्तिषाली हो जाएं तो तनाव के स्थिति पैदा हो जाते है इसे ही हम चिंता शोक फिक्र आदि भी कहते है।