Awadhesh kumar sharma
भोपाल/इंदौर: भारतीय संस्कृति में चिकित्सकों को ईश्वरीय दूत अथवा भगवान कहा जाता है। कभी-कभी वास्तव में चिकित्सकों ने ऐसा सिद्ध कर दिखाया है। ऐसा ही एक उदाहरण इन दिनों सामने आया है।
उल्लेखनीय है कि (आईएफडब्ल्यूजे) इंडियन फेडरेशन आफ वर्किंग जर्नलिस्ट के प्रदेश अध्यक्ष एस आर शर्मा एक दुर्घटना में बुरी तरह घायल हो गए। बताया गया है कि उनके कमर और पैर में बहुत गंभीर फैक्चर हो गया, कई चिकित्सकों ने पैर का सही होना, असंभव कह कर हाथ खड़ा कर दिया।
ऐसी विकट स्थिति में किसी शुभचिंतक ने डॉ अरविंद वर्मा जांगिड़ के बारे में बताया। एसआर शर्मा ने डॉ अरविंद वर्मा से वार्ता किया, तो उन्होंने एक एक्स-रे रिपोर्ट देखकर बताया अच्छे से ठीक होने में 6 से 8 महीने लगेंगे। चिकित्सक ने कहा कि आप फिर से पैरों पर खड़ा हो जाएंगे। ईश्वरीय कृपा और डॉ अरविंद वर्मा जांगिड़ का प्रयास सफल रहा। डॉ जांगिड़ की की करिश्माई चिकित्सा से एसआर शर्मा फिर पैर पर खड़े हो गए। कहा गया है कि ईश्वर जब सभी द्वार बंद कर देते हैं तो सर्वश्रेष्ठ द्वार खोलते हैं। ऐसे चिकित्सक वास्तव में महान आत्मा होते हैं। शंकर राज शर्मा के अनुसार डॉ अरविंद वर्मा ने नि:स्वार्थ भाव से सामान्य शुल्क लेकर उनकी चिकित्सा किया। जिससे शंकर राज शर्मा काफी उत्साहित हैं। वास्तव में डॉ अरविंद वर्मा जांगिड़ देवदूत हैं, ऐसे चिकित्सक को मध्य प्रदेश शासन को विशेष सम्मान देना चाहिए। वे मध्य प्रदेश के गौरव हैं, इसलिए मध्य प्रदेश शासन डॉ अरविंद वर्मा को चिकित्सा के क्षेत्र का सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित करना चाहिए। प्रदेश अध्यक्ष एसआर शर्मा ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव से डॉ अरविंद वर्मा जांगिड़ को मध्य प्रदेश गौरव सम्मान से सम्मानित करने का आग्रह किया है।
सनद रहे कि पिछले 17 सितंबर से 22 सितंबर, 2024 तक बीजिंग, चीन में आयोजित ASAMI-BR&LLRS सोसाइटीज की 6 वीं विश्व कांग्रेस में संकाय सदस्य के रूप में डॉ अरविंद वर्मा आमंत्रित किये गए। सम्मेलन के क्रम में, डॉ अरविंद वर्मा को तीन व्याख्यान देने का अवसर मिला। यह भारत के गौरव की बात है। हमारे देश में इतने जीनियस कुशल डॉ अरविंद वर्मा विश्व स्तर पर ख्याति प्राप्त कर देश दुनिया को संबोधित कर रहे हैं।
तीन विषय जिस पर डॉ वर्मा ने व्याख्यान दिया……
1. इलिजारोव-सहायता प्राप्त फिबुला रोटेशन और परिवहन द्वारा अंग बचाव।
2. क्रश इंजरी अंग बचाव।
3. जलने के बाद संकुचन पैर और टखने की विकृति सुधार।
विश्व के कुछ श्रेष्ठ शल्य चिकित्सक (सर्जनों) के साथ मंच साझा करना भारत के लिए गर्व की बात है। जिसमें यूएसए से डॉ. ड्रोर पेली, चीन से डॉ. झांग और यूके से डॉ. ओम लाहोटी व सम्पूर्ण विश्व के श्रेष्ठ महान चिकित्सक शामिल रहे। इसके अतिरिक्त, डॉ अरविंद वर्मा को दो सत्रों की अध्यक्षता करने का अवसर भी मिला। कुल मिलाकर, उपर्युक्त सम्मेलन एक शानदार सम्मेलन रहा। उन्होंने कहा कि चीन में प्राप्त अनुभव व अनुभव से प्राप्त अंतर्दृष्टि को भारत व भारतीयों की सेवा में समर्पित करने की उत्सुकता है। डॉ. अरविंद वर्मा जांगिड़, ऑर्थोपेडिक और इलिजारोव सर्जन, एओडब्ल्यू इलिजारोव क्लिनिक, इंदौर जो उपाध्यक्ष एमपीआईओए व उपाध्यक्ष एओएसआई भी हैं।