Thu. May 9th, 2024
बेतिया। पश्चिम चम्पारण, जिला पदाधिकारी दिनेश कुमार राय ने जिला वासियों से अपील करते हुए कहा है कि थोड़ी सी सावधानी एवं सतर्कता बरत कर अगलगी की घटनाओं को नियंत्रित किया जा सकता है। उन्होंने जिला में बैसाख के महीना में तेज पछुआ हवा के कारण अग्नि काण्ड में वृद्धि की संभावना के दृष्टिगत लोगों को जागरुक रहने को कहा है। उन्होंने कहा कि थोड़ी से लापरवाही बड़ी अग्निकाण्ड होने की संभावना को बल देती है। जिससे जानमाल की क्षति होती है। ऐसे मौसम में आम लोगों को सचेत रहने खेत
खलिहान एवं घरों में अग्नि सुरक्षा पर ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अग्नि सुरक्षा को लेकर जानकारी एवं पूर्व तैयारी हो तो आपदा के प्रभाव को न्यूनतम किया जा सकता है। उन्होंने लोगों से अपील किया कि खलिहान हमेशा गांव की आबादी एवं फसलों से दूर रखें। जिला पदाधिकारी ने कहा कि अग्नि सुरक्षा को लेकर क्या करें एवं क्या नहीं करें, इसके लिए मॉक ड्रिल, माइकिंग, होर्डिंग, फ्लैक्स, पम्पलेट से जागरुकता कार्यक्रम संचालित करने का निर्देश दिया। सोसल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्मों पर भी जिला प्रशासन की अग्नि सुरक्षा के  प्रति लगातार प्रचार सामग्री डालने को कहा है।
थ्रेसिंग के दौरान रखें ध्यान जारी एडवाइजरी के अनुसार थ्रेसर का उपयेग करते समय डील इंजन या ट्रैक्टर के साइलेंसर को लंबे पाइप के द्वारा ऊँचाई पर रखने को कहा गया है। इस दौरान आसपास छोटी-छोटी बाल्टियों में बालू तथा पानी भरकर रखने का निर्देश दिया गया है। रौशनी के लिए सोलर, लैप, टार्च इमरजेन्सी लाइट, बैटरी वाले यंत्र का उपयोग करने का कहा है। खलिहान ऐसी जगह बनाने का निर्देश दिया गया है, जहां अग्निशमन वाहन आसानी से पहुंच सके तथा आसपास जल श्रोत सुलभ हो। खलिहान में कच्ची फसलों का बड़ा टाल नहीं लगाने तथा आसपास अलाव नहीं जलाने का निर्देश दिया गया है। बिजली की नंगी तारों के नीचे खलिहान नहीं बनाने तथा खलिहान में पूजा में उपयोग किये जाने वाले धूप, अगरबती, दीप पर ध्यान रखने को कहा गया है। खलिहान के आसपास आतिशबाजी नहीं करने तथा उसके आसपास भी सिगरेट नहीं पीने का निर्देश दिया गया है। इसके साथ ही फसल कटने के बाद खेतों में बचे डंठलों में आग नहीं लगाने को कहा गया है। खाना बनाने को लेकर आवश्यक निर्देशः एडवाइजरी में रसोइघर को यथासंभव अग्नि रोचक बनाने के लिए उसे बारों तरफ गीली मिट्टी का लेप लगाने का निर्देश दिया गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में खासकर फूस एवं खपरैल मकानों के निवासियों को सुबह का खाना 8 बजे से पहले तथा शाम का खाना 5 से 6 बजे के बीच बनाने का निर्देश दिया गया है। दीप, लालटेन व ढिबरी के प्रयोग में सावधानी बरतने तथा रसोई घर में मिट्टी तेल सिंथेटिक कपड़ नहीं पहने तथा बालों को खुला नहीं रखने का निर्देश दिया है। आग बुझाने के लिए पानी, बालू, सुखी मिट्टी तथा धूल इत्यादि का प्रयोग करने का निर्देश दिया गया है।
पीपीपीपीएलएलआपातकालीन सेवा के लिए जिला नियंत्रण कक्ष को करें सूचितः-
जिला पदाधिकारी ने आपातकालीन सेवा के लिए टोल फ्री नंबर 112 एवं जिला नियंत्रण कक्ष 06254-247002, 8757547904 पर सूचना देने का निर्देश दिया है। उन्होने कहा कि अग्निकांडों की सूचना अग्निशमन पदाधिकारी तक शीघ्र पहुंचाएं, जिससे अग्निशमन वाहनों का त्वरित कार्रवाई को भेजी जा सके। इसके लिए उन्होने अग्निकाण्ड की सूचना अनुमण्डलवार अग्निकांड की सूचना अनुमण्डलवार अग्निशमन पदाधिकारी के सम्पर्क नंबर जारी किया है।
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By Awadhesh Sharma

न्यूज एन व्यूज फॉर नेशन

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