धान परती भूमि में सरसों का अग्रिम पंक्ति प्रत्यक्षण एवं कृषि आदानों का वितरण सम्पन्न
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पटना: भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर, पटना ने दिनांक 27 फरवरी 2024 को गया जिला के टेकारी प्रखंड के गुलेरियाचक ग्राम में धान परती भूमि में सरसों की फसल पर चल रहे अग्रिम पंक्ति प्रत्यक्षण (एफएलडी) के अंतर्गत फसल को रोग एवं कीट से सुरक्षा प्रदान करने के लिए कीटनाशक, खरपतवार नाशक, फफूंद नाशक जैसे कृषि रसायनों के साथ साथ डीजल का वितरण किया। विदित हो कि यह अग्रिम पंक्ति प्रत्यक्षण संस्थान के निदेशक डॉ. अनुप दास, फसल अनुसंधान प्रभाग के प्रमुख एवं परियोजना के प्रधान अन्वेषक डॉ. संजीव कुमार तथा जलवायु अनुकूल परियोजना के प्रधान अन्वेषक डॉ. अभय कुमार के दिशा निर्देशन में गया जिला के 15 किसानों के खेतों पर किया जा रहा है। इसमें संस्थान के वैज्ञानिकों का समय-समय पर कृषि सम्बंधित उन्नत तकनीकों की जानकारी, कृषि आदान प्रदान किये जाते हैं। उन्हे कृषि आदानों एवं तकनीकी प्रदान करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने में आई.सी.ए.आर. के सरसों अनुसंधान निदेशालय, भरतपुर का सराहनीय योगदान रहा। मंगलवार के कार्यक्रम में उपर्युक्त कृषि आदानों का वितरण भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर, पटना के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ राकेश कुमार, वैज्ञानिक डॉ. अभिषेक कुमार, बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर के सहायक प्राध्यापक डॉ. देवेन्द्र मंडल, शोधकर्ता डॉ. तेज प्रताप एवं बी.पी. मौर्या की उपस्थिति में किया गया। कार्यक्रम को किसानों के खेत पर कार्यान्वित करने में कृषि विज्ञान केंद्र, मानपुर, गया की महत्वपूर्ण भूमिका रही। उपर्युक्त जानकारी भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, पूर्वी अनुसंधान परिसर, पटना ने मीडियाकर्मियों को पटना स्थित कार्यालय में दिया।
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