अनमोल कुमार की रिपोर्ट
पटना। बिहार में पत्रकारों पर बढ़ते पुलिसिया और प्रशासनिक उत्पीड़न तथा अपराधिक हमला को लेकर पत्रकारों का एक शिष्टमंडल मॉडल राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक जितेंद्र सिंह गंगवार से मिला ।आठ सदस्यीय शिष्टमंडल का नेतृत्व भारती श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के राष्ट्रीय महासचिव शाहनवाज हुसैन ने की। पत्रकारों ने अपर पुलिस महानिदेशक को एक ज्ञापन भी सोपा। जिसमें मोतिहारी के कई पत्रकारों पर अपराधिक हमले के मामले में अपराधी और पुलिसिया गठजोड़ और पुलिस उत्पीड़न के कई मामलों की चर्चा की गई है। अपर पुलिस महानिदेशक ने मोतिहारी के तमाम मामलों की जांच और पर्यवेक्षण के लिए चंपारण रेंज के डीआईजी को निर्देशित किया। शिष्टमंडल में शामिल वरीय पत्रकार एस एन श्याम ने पुलिस अपर पुलिस महानिदेशक से मौखिक आग्रह किया कि राज्य के तमाम पुलिस थानों और पुलिस अधीक्षकों को यह निर्देशित किया जाए की यदि किसी पत्रकार पर कोई मामला थाना में दर्ज होता है, तो बिना जांच पड़ताल किए उस पर कार्रवाई नहीं की जाए और पत्रकारों मीडियाकर्मियों की गिरफ्तारी नहीं हो। छत्तीसगढ़ में पुलिस प्रशासन और पत्रकारों की पुलिस निदेशालय के अधीन एक कमेटी बनी है जो पत्रकारों के विरुद्ध दर्ज मामले की जांच करने के बाद अग्रेतर कार्रवाई की जाती है। अपर पुलिस महानिदेशक ने इस पर मौखिक स्वीकृति दी और कहा कि इसमें कोई हर्ज नहीं है ऐसे आदेश जारी किए जा सकते हैं । पत्रकारों के शिष्टमंडल ने राज्य के पुलिस महानिदेशक आए एस भट्टी से मिलने के लिए समय मांगा, जहां से पुलिस महानिदेशक के निर्देश पर अपर पुलिस महानिदेशक ने पत्रकारों के शिष्टमंडल से लगभग 45 मिनट तक वार्ता किया और पत्रकारों तथा लेबर एक्ट और युटयुबर्स के बारे में विशेष जानकारी ली। इससे मंडल में अमर उजाला के ब्यूरो प्रमुख कुमार निशांत के अलावा सूरज सागर, संजीव जायसवाल, राजेश कुमार सिंह और नीरज कुमार शामिल रहे।