बिहार पुलिस की कार्रवाई ने आर एस भट्टी की पुरानी कार्यशैली की याद ताज़ा कर दी
एस एन श्याम/अनमोल कुमार की रपट
बिहार में बढ़ते अपराध पर अंकुश लगाने की दिशा में नीतीश कुमार की समीक्षा बैठक के बाद बिहार पुलिस, उत्तर प्रदेश पुलिस की नक्शे कदम पर बड़ चली है। जिस प्रकार मुख्यमंत्री योगी की पुलिस अपराधियों को यमलोक पहुंचाने लगी है, ठीक उसी प्रकार बिहार पुलिस ने हाजीपुर में एक सिपाही के हत्यारो को घटना के मात्र 3 घंटे में पुलिस मुठभेड़ में मार गिराया। बताया जाता है कि वैशाली जिला एसपी की सराय थाना की पुलिस टीम नेशनल हाईवे पर बाइक चेकिंग करने के दौरान यूको बैंक के सामने एक बाइक पर 3 युवक संदिग्धवस्था में दिखे। पुलिस को देखते ही वे बाइक छोड़कर भागने लगे। पेट्रोलिंग जिप्सी के एक जवान जान पर खेलकर इन तीनों को खदेड़ने लगा, अचानक भाग रहे युवकों में एक ने सिपाही पर गोली चला दी। जिससे सिपाही गिर गया, उसे चिकित्सार्थ तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन चिकित्सकों ने सिपाही को मृत घोषित कर दिया। मृत सिपाही अमिताभ कुमार बताया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस ने भाग रहे दो अपराधियों को दबोच लिया और उन्हें पूछताछ के लिए ले जाने के क्रम में दोनों युवक पुलिस जिप्सी से कूद कर भागने लगे। पुलिस ने जब उन्हें रोकने की चेतावनी दी तो अचानक पुलिस पर फायरिंग होने लगी। प्रतिक्रिया स्वरुप पुलिस ने जवाब कार्रवाई किया, जिसमें भाग रहे दोनों युवक को मारे गए। पुलिस सूत्रों की माने तो एनकाउंटर में मारे गए दोनों युवक बिट्टू और सत्य प्रकाश बताए गए हैं।
शाबाश… बिहार पुलिस…..। बिहार पुलिस के कप्तान राजविंदर सिंह भट्टी की प्रशंसा नहीं करना बेईमानी होगी। आर एस भट्टी की पुरानी कार्यशैली की याद उपर्युक्त घटना ने ताज़ा कर दी है।