बिहार के अररिया जिला में रानीगंज थाना क्षेत्र में एक पत्रकार विमल कुमार यादव की 18 अगस्त 2023 की अहले सुबह गोली मारकर हत्या कर दी गई। श्री यादव दैनिक जागरण के संवाददाता बताए गए हैं। इस वारदात के बाद रानीगंज के थानाध्यक्ष ने सरकारी मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया है। आधिकारिक स्तर पर जानकारी उपलब्ध नहीं मिल रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार श्री यादव के घर पर 18 अगस्त 2023 की सुबह बाइक सवार कुछ युवक पहुंचे और उनके घर का दरवाजा खुलवाया। श्री यादव ने जैसे ही घर का दरवाजा खोला उन पर ताबड-तोड़ गोलियों की बौछार कर दी गई। जिससे घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई।पुलिस सूत्रों के अनुसार श्री यादव अपने भाई की हत्या में एकमात्र गवाह रहे। वर्ष 2019 में उनके भाई की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई। इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट के राष्ट्रीय सचिव और वरिष्ठ पत्रकार एस एन श्याम ने इस हत्याकांड पर गंभीर आक्रोश व्यक्त करते हुए, राज्य सरकार से पत्रकारों की रक्षा के लिए पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने और विमल यादव के हत्यारों को स्पीडी ट्रायल अंतर्गत सजा दिलाने की मांग की है। इधर बिहार प्रेस मेंस यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष अनमोल कुमार प्रदेश महासचिव सुधांशु कुमार सतीश, सचिव अवधेश कुमार शर्मा ने पत्रकार विमल की हत्या पर शोक व्यक्त करते हुए बिहार में पत्रकारों पर लगातार बढ़ते हमले को लेकर धारदार आंदोलन संचालन को कहा है। अररिया के डीएसपी रामपुकार सिंह ने पत्रकार एस एन श्याम को मोबाइल पर बताया कि वर्ष 2019 में अपने भाई के हुए हत्याकांड के एफआईआर के सूचक थे। पत्रकार के भाई की हत्या काण्ड में कई गिरफ्तार हुए। उनमें माधव नामक एक व्यक्ति कुछ दिन पूर्व जेल से बाहर आया। उसने विमल यादव पर भाई हत्याकांड में सुलह करने का दबाव लगातार बनाया जाता रहा। मृत विमल यादव की छवि बेदाग पत्रकार की रही। पुलिस को शक है कि माधव ने भाड़े के हत्यारों से साजिश और षड्यंत्र अंतर्गत पत्रकार विमल की हत्या करवाया है। पश्चिम चम्पारण जिला के पत्रकारों ऑल मीडिया पत्रकार संघ के अध्यक्ष डॉ अमानुल हक और आईएफडब्ल्यूजे के राष्ट्रीय कार्य समिति सदस्य अवधेश कुमार शर्मा ने प्रधानमंत्री से सम्पूर्ण भारत में पत्रकार सुरक्षा कानून कड़ाई से लागू करने और पीड़ित पत्रकार के आश्रित को आर्थिक सुरक्षा देने की मांग किया।