नहर में फेंकी पाई गई सरकारी दवा
बेतिया: पश्चिम चम्पारण जिला स्वास्थ्य विभाग पहले से चर्चा में रहा है। इन दिनों पश्चिम चम्पारण जिला का स्वास्थ्य विभाग एक बार फिर सुर्खियों में है। हमारे सूत्र बताते हैं कि योगापट्टी प्रखंड के मच्छरगांवा स्थित नहर में सरकारी दवा की ढेर सारी गोलियों का 9 पता फेंका पाया गया। शनिवार को कुछ ग्रामीणों ने देखा कि नदी गया। उसके बाद इसकी चर्चा धीरे धीरे प्रारम्भ हो कर जंगल में आग की भांति फैल गई। लोगों ने स्वास्थ्य विभाग की घोर लापरवाही का हवाला देते हुए स्वास्थ्य विभाग की निंदा किया। यह कोई पहली बार नही है जो बड़ी संख्या में स्वास्थ्य रक्षक दवाई फेंकी पाई गई है । नगर पंचायत के मच्छरगांवा स्थित तिरहुत उप वितरणी नहर में बोरा में कसकर दवा फेंकी गई है। योगापट्टी पीएससी की बड़ी लापरवाही देखने को मिल रही है। यह दवा फोरस सल्फेट, फोलिक एसिड टैब्लेट्स और आई भी भारी मात्रा में फेंकी गई है। इन फेंकी गई दवाई का एमएफ जी 9/2019 और एक्पायर डेट 09/2021 लिखा गया है। इधर सरकार सभी लोगों के स्वास्थ्य के प्रति जागरूक कर हर बिमारी का इलाज जमीनी स्तर तक पहुंचाने के लिए प्रसार प्रचार कर रही है। जिससे ज्यादा से ज्यादा बीमार लोगों को ठीक किया जा सके, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की लचर व्यवस्था और मनमानी पूर्ण ड्यूटी देने से लोगों को जो मिलने वाली दवाएं कही नाली तो कही पोखर और कही नहरों में फेंकी जा रही है। स्वास्थ्य विभाग के लापरवाही के चलते इस फेंकी हुई दवाओं से कई गरीब महिला व पुरुषों का स्वास्थ्य ठीक हो जाता। लेकिन योगापटटी पीएचसी की लापरवाही के कारण बडी संख्या में दवा नहर में फेंकी मिली पडी है। इस बावत समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र योगापटटी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से फोन पर संपर्क करने पर संपर्क नही हो पाया।