कन्वेंशन में 2024 में भाजपा को सत्ता से बेदखल करने का आह्वान
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, पूर्व विदेश मंत्री व कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद, तमिलनाडु से थोल. थिरुमावलवन सहित कई नेता शामिल
पटना : भाकपा-माले के 11 वें महाधिवेशन के अवसर पर आज पटना के श्री कृष्ण मेमोरियल हाॅल में ‘संविधान बचाओ-लोकतंत्र बचाओ-देश बचाओ’ राष्ट्रीय कन्वेंशन का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, पूर्व विदेश मंत्री व कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद, संसद सदस्य और विदुथलाई चिरुथिगल काची (लिबरेशन पैंथर्स पार्टी, तमिलनाडु) के नेता थोल. थिरुमावलवन सहित कई नेता शामिल हुए।
भाकपा-माले महासचिव का. दीपंकर भट्टाचार्य ने अतिथियों का स्वागत किया
मंच पर माले राज्य सचिव कुणाल, ऐपवा की राष्ट्रीय अध्यक्ष रति राव, असम की चर्चित महिला नेत्री प्रतिमा इंगपी, जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, कांग्रेस विधायक शकील अहमद, माले विधायक दल के नेता महबूब आलम, सत्यदेव राम, विनोद सिंह, धीरेन्द्र झा, संदीप सौरभ उपस्थित रहे.
माले महासचिव का. दीपंकर भट्टाचार्य का वक्तव्य
माले महासचिव का. दीपंकर भट्टाचार्य ने राष्ट्रीय कन्वेंशन में आए सभी अतिथियों का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि जब संविधान और लोकतंत्र की बुनियाद खतरे में है, तो हम सबको देश को बचाने के लिए एक बहुत निर्णायक लड़ाई लड़नी होगी और इसके लिए व्यापक एकजुटता कायम करनी होगी.
उन्होंने कहा कि पहले दौर का आपातकाल वर्तमान आपातकाल के सामने कुछ भी नहीं। उस आपातकाल के दौरान बिहार से एक आवाज निकली, वर्तमान आपातकाल स्थाई आपातकाल है. आजादी के समय ही आरएसएस ने कहा था कि भारत का संविधान मनुस्मृति है. संविधान को सामने रखकर पूरे देश को तहस-नहस किया जा रहा है. हमारे सारे अधिकारों को हड़पा जा रहा है. नागरिकों की परिभाषा को बदलकर प्रजा में तब्दील किया जा रहा है. उन्होंने आगे कहा कि हम सभी लोग अपने-अपने तरीके से कोशिश कर रहे है. कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा का भी जिक्र किया. उन्होंने नागरिकता आंदोलन का जिक्र किया और राजनीतिक बंदियों की रिहाई की मांग उठाई. उन्होंने कहा कि हम सबको मिलकर इस मुश्किल दौर का मुकाबला करना होगा. कहा कि समाधान यात्रा की भागदौड़ के बीच समय निकालकर आने के लिए नीतीश का शुक्रिया. यह कन्वेंशन 2024 के लिए देश को एक बड़ा संदेश देगा.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने क्या कहा
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाकपा-माले के 11 वें महाधिवेशन में आमंत्रित किए जाने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया. उन्होंने स्व. जाॅर्ज फर्नांडिस के जमाने से माले से अपने पुराने संबंधों की बात कही. उन्होंने कहा कि साल भर पहले भाजपा से अलग होने की बात हमारी पार्टी में चल रही और अंततः हम उनसे अलग हो गए. उन्होंने कहा कि हम सब मिलकर काम कर रहे हैं. भाजपा से अलग होने पर सभी ने स्वागत किया. अब अधिक से अधिक पार्टियों को एकजुट करके लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे, तभी भाजपा से देश को मुक्ति मिलेगी. उन्होंने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि आजादी की लड़ाई में इनलोगों की कोई भूमिका नहीं, लेकिन आज आजादी की लड़ाई को भुनाने का प्रयास कर रहे हैं और नया इतिहास बनाने की कोशिश कर रहे हैं. आजादी के बाद देश दो भागों में बंट गया लेकिन देश में विभिन्न धर्माें को मानने वालों में लंबे समय से एकता रही है. हम सबको इस एकता को और मजबूत करना है. उन्होंने कहा कि देश में व्यापक विपक्षी एकता का निर्माण हो, यह समय की मांग है. हम कांग्रेस के जवाब का इंतजार कर रहे हैं. उन्होंने मंच पर बैठे कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद से कहा कि यह संदेश कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व तक पहुंचा दिया जाए. यदि हम सभी मिलकर चले तो भाजपा 100 के नीचे आ जाएगी. कहा कि बिहार में तो कोई दिक्कत नहीं है. हम चाहते हैं. देश में अधिक से अधिक पार्टी एकजुट हों. उन्होंने कहा कि माले के लोगों की हम इज्जत और स्वागत करते हैं. हमारी एक ही ख्वाहिश है देश को एकजुट करना, देश को अलग करने वाली ताकतों को खत्म करना. हम पहले भी साथ चले और एक बार फिर साथ चल रहे हैं. महाधिवेशन के लिए पटना के चुनाव पर उन्होंने भाकपा-माले को धन्यवाद दिया. भाकपा-माले ने सम्मेलन के लिए पटना को चुना, इसके लिए उन्होंने बधाई दी.
उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव का वक्तव्य
उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा कि मोदी पर नहीं मुद्दे पर बातचीत होनी चाहिए. उन्होंने अपने वक्तव्य की शुरूआत सम्मेलन में आए प्रतिनिधियों को लाल सलाम पेश करके की. कहा कि बीजेपी माइंड सेट की मीडिया मुद्दा भटकाने का प्रयास करते रहती है. भाजपा-आरएसएस नफरत फैलाने व देश को बांटने का ही काम करते हैं. जो भाजपा के साथ है, वह हरिश्चंद्र हो जाता है. उन्होंने कार्यक्रम आयोजित करने के लिए माले को धन्यवाद दिया. कहा कि नीतीश कुमार ने देश को बचाने की पहल की है. वे बधाई के पात्र हैं. हम सभी को एकजुट होकर लड़ना है. अपने -अपने तरीके की लड़ाई को छोड़कर एक रोड मैप तैयार करके एकजुट होने का काम करना होगा. कांग्रेस से जल्द ही निर्णय लेने की उम्मीद जताया. तेजस्वी ने कहा कि बिहार की धरती ने भाजपा के साथ उसी तरह का खेल खेला जो वह दूसरे राज्यों में करती है. हमने उसे सत्ता से बाहर किया लेकिन हमारा रास्ता भाजपा वाला नहीं. हमारे पास अंबानी-अडानी नहीं है कि विधायकों की खरीद-फरोख्त करेंगे. उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि इस सम्मेलन से नई राहें निकलेंगी. उन्होंने राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की ओर से भी शुभकामनाएं दीं. कहा कि हमने कभी साम्प्रदायिक ताकतों के सामने घुटना नहीं टेका. यह देश किसी के बाप का देश नहीं है, जो मुसलमानों से उनका अधिकार छीन ले.
* सलमान खुर्शीद का वक्तव्य*
लाली देखन मैं गई, और मैं भी हो गई लाल …. इन पंक्तियों से पूर्व विदेश मंत्री व कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने अपने वक्तव्य की शुरूआत की. उन्होंने कहा कि बदलते वक्त और समाज की मांग के साथ भाकपा-माले द्वारा संविधान व लोकतंत्र बचाने के लिए इस मुहिम की शुरूआत स्वागतयोग्य है. कहा कि नीतीश कुमार के बिहार माॅडल की चर्चा हर जगह होनी चाहिए. हम भी वही चाहते हैं जो आप चाहते हैं, मामला बस इतना है कि पहले ‘आई लव यू’ कौन बोलेगा.
उन्होंने नीतीश कुमार का संदेश पार्टी मुखिया के पास पहुंचाने की बात कही. कहा कि फासिस्ट शक्तियों में दिलेरी नहीं है. जरा सा बिहार के शेर दहाड़ेंगे तो ये बिलों में घुस जायेंगे. उन्होंने आश्वासन दिया कि वे एकता के संदेश को आगे बढ़ाएंगे. कांग्रेस भी विपक्षी एकता बनाने के लिए भी तैयार है.
*झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का संदेश*
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन झारखंड में राज्यपाल के शपथ ग्रहण समारोह के कारण पूर्व निर्धारित कार्यक्रम में नहीं आ सके लेकिन उन्होंने अपना संदेश कन्वेंशन में भेजा, जिसे विधायक विनोद सिंह ने पढ़ा.
कन्वेंशन में नहीं शामिल हो पाने पर खेद जताया. कहा कि केंद्रीय सरकार लगातार संघीय ढांचे पर प्रहार कर रही है. कन्वेंशन सफल होने की शुभकामनाएं दी. उन्होंने अपने संदेश में कहा कि आरएसएस के लोग हिटलर की सारी योजनाओं को भारत में लागू करना चाहते हैं और देश का सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़कर लोकतंत्र को कमजोर किया जा रहा है. उन्होंने अडानी से मोदी सरकार की सांठगांठ की भी चर्चा की. कहा कि 2024 में फासीवादी ताकतों को सत्ता में वापस लौटने नहीं दिया जाएगा.
कन्वेंशन को विदुथलाई चिरुथिगल काची, तमिलनाडु से संसद सदस्य *थिरुमावलवन* ने संबोधित करते हुए कहा कि हमें बिना समझौता किए कट्टरता का विरोध करते रहना होगा. फासीवाद भारतीय लोकतंत्र पर सुनामी की तरह प्रहार कर रहा है.
कार्यक्रम का संचालन भाकपा-माले के पोलित ब्यूरो सदस्य का. राजाराम सिंह ने की.
*झलकियां*
1. राष्ट्रीय कन्वेंशन की शुरूआत सांस्कृतिक टीमों द्वारा मशहूर शायर फैज अहमद फैज की मशहूर नज्म ‘ हम देखेंगे’ के गायन से हुई. जब गीत का गायन हो रहा था, ठीक उसी समय कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद का हाॅल में आगमन हुआ. गीत के सम्मान में वे मंच पर न जाकर गलियारे में ही खड़े रहे. गीत की समाप्ति के उपरांत ही वे मंच पर चढ़े.
2. बिहार में किसान आंदोलन के महान नेता स्वामी सहजानंद सरस्वती के जन्म दिन पर कन्वेंशन में उन्हें याद किया गया.
3. अपने वक्तव्य के दौरान श्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने लाल सलाम के साथ प्रतिनिधियों का अभिनंदन किया. हाॅल से भी प्रतिनिधियों ने उन्हें लाल सलाम पेश किया.
4. कार्यक्रम के दौरान महागठबंधन जिंदाबाद, फासीवाद हो बर्बाद आदि नारे लगातार गुंजते रहे.
5. सभी अतिथियों को मोमेंटम, चादर और पार्टी की ओर से प्रकाशित स्मारिका देकर सम्मानित किया गया.
कुमार परवेज, मीडिया प्रभारी, भाकपा-माले ने मीडिया को उपर्युक्त जानकारी दी