Sat. Jul 27th, 2024

छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य पर धान बेचने के बाद भी रकम बैंक खातों में तो आ गई है, लेकिन किसानों के हाथ में नहीं आया । बैंक के लंबे लाइन में देर रात तक किसानो उन रुपया को पाने के लिए झुज रहे रहते हैं। ऐसा ही मामला जांजगीर-चांपा में भी आया है। सोमवार को पूरे दिन बैंक में लगे किसानों को रात में रकम मिल सका । कई किसान तो बीना रुपया ही लौट गए। ऐसे में किसानों का गुस्सा आ पड़ा और उन्होंने हंगामा किया धान की राशि राज्य सरकार की ओर से किसानों के बैंक खातों में भेज दी गई है। इसे लेने के लिए बैंक की सभी 10 से 18 शाखाओं में किसानों की भीड़ उमड़ रहा है। राशि निकालने के लिए किसान बैंक खुलने से पहले ही सुबह करीब 7 बजे से लाइन में लग जा रहा हैं। सोमवार को भी किसान रुपये लेने के लिए पहुंचे थे। दिनभर के इंतजार के बाद शाम को रुपये मिलना शुरू हुआ लेकिन फिर भी कई किसानों को बीन रुपये ही लौटना पड़ा है  

बैंक की ओर से दोपहर लगभग 4 बजे विड्रॉल फार्म खत्म होने की बात कहते हुए देना बंद कर दिया गया है । वहीं बाकी बचे किसानों को भी देर शाम 6 से 8 बजे तक भुगतान किया जा सका। इसके चलते किसानों का सब्र जवाब दे गया। उन्होंने बैंक में ही हंगामा करते हुए प्रदर्शन शुरू कर दिया। किसानों का कहना था कि वे 13 से 18 किमी दूर से आते हैं। ऐसे में रास्ते में उसके रुपए चोर उनसे भी लूट सकता है। फिर भी अफसर इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।

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