मामला 2017 का बताया गया है, डॉ. प्रदीप मुड़िया को एक केस की पेशी में न्यायालय में हाजिर होना था, लेकिन वह नहीं पहुंचे, जिसके चलते साक्षी का गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है।
जहां उन्होंने सीएमएचओ कार्यालय से लेकर उनके जिला अस्पताल परिसर स्थित विभागीय निवास पर पहुंचकर तलाशी ली। लेकिन डॉ. प्रदीप मुड़िया नहीं मिले, इस दौरान उनकी चचेरी बहन जरूर मिली जिस पर भोपाल पुलिस ने पंचनामा बनाकर बहन के हस्ताक्षर करवाए। वहीं डॉ. मुड़िया के आने पर कोतवाली थाने पर सूचना देने या न्यायालय के समक्ष पेश होने की बात बोल रवाना हो गए। जिन्होंने बताया की कमल जोशी की विशेष न्यायालय एससीएसटी एक्ट प्रकरण क्र. 286/16 धारा 304 आईपीसी3(2,5) एससीएसटी में डॉ. प्रदीप मुड़िया का साक्षी गिरफ्तारी वारंट जारी किया है, जिसके लिए टीम अस्पताल और निज निवास गई लेकिन वो नहीं मिले। उनकी बहन मिलने पर पुलिस ने मौके पर पंचनामा बनाकर हस्ताक्षर लिए गए। बता दें, पूरा मामला 2017 का बताया गया है, जिसकी पेशी पर न पहुंचने पर साक्षी का गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया।