Fri. Apr 19th, 2024

छापे के दौरान चावल मिल को सीज कर दिया था और कुछ बोरे थाना कोतवाली सासनी पुलिस की सुपुर्दगी में दे दिए गए थे। उल्लेखनीय है कि सासनी क्षेत्र में आगरा-अलीगढ़ एनएच पर गांव बरसै के निकट सोमवार को अष्टलक्ष्मी एग्रोटेक प्राइवेट लिमिटेड चावल मिल पर प्रशासन और आपूर्ति विभाग ने छापा मारा था। उच्चाधिकारियों के निर्देशन पर थाने पर लाए गए माल को खाद्य विभाग के गोदाम में शिफ्ट किया जा रहा है।आढ़तिया एसोसिएशन ने मिल को सीज करने पर जताया आक्रोश हाथरस।

सासनी के बरसै के राइस मिल में सरकारी राशन की बरामदगी के मामले में अब पुलिस जांच-पड़ताल में जुटी गई है। मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस इस मामले में तथ्यों को जुटा रही है कि आखिर यह चावल कहां से आया। अभी इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। छापे के दौरान चावल मिल को सीज कर दिया था और कुछ बोरे थाना कोतवाली सासनी पुलिस की सुपुर्दगी में दे दिए गए थे। आपूर्ति विभाग ने इस मामले से संबंधित पत्रावलियां पुलिस को सौंप दी थीं। बुधवार को कुछ चावल के बोरों को थाना सासनी से खाद्य विभाग के गोदाम में शिफ्ट करना शुरू कर दिया था।
उल्लेखनीय है कि सासनी क्षेत्र में आगरा-अलीगढ़ एनएच पर गांव बरसै के निकट सोमवार को अष्टलक्ष्मी एग्रोटेक प्राइवेट लिमिटेड चावल मिल पर प्रशासन और आपूर्ति विभाग ने छापा मारा था। वहां सरकारी राशन के चावल के 24 हजार बोरे बरामद हुए थे। मिल स्वामी पुनीत अग्रवाल के विरुद्ध थाना कोतवाली सासनी में मुकदमा दर्ज किया गया था। छानबीन में प्रथम दृष्टयता यह बात भी सामने आई थी कि जो चावल बरामद हुआ था, उसमें से काफी चावल हरियाणा व अन्य प्रांतों से आया था और राशन का था। बुधवार को आपूर्ति विभाग की टीम ने थाने में खड़े वाहनों से राशन के चावलों को खाद्य विभाग के गोदाम में शिफ्ट करना शुरू कर दिया।

आखिरकार यह चावल यहां कैसे आया, इसका कोई जवाब अभी प्रशासन पर नहीं है। प्रभारी निरीक्षक सत्येंद्र सिंह राघव का कहना है कि इस मुकदमे की विवेचना शुरू कर दी गई है। उच्चाधिकारियों के निर्देशन पर थाने पर लाए गए माल को खाद्य विभाग के गोदाम में शिफ्ट किया जा रहा है।
आढ़तिया एसोसिएशन ने मिल को सीज करने पर जताया आक्रोश
हाथरस। आढ़तिया एसोसिएशन की बैठक मंडी समिति स्थित हनुमानजी मंदिर पर अध्यक्ष भीकंबर सिंह की अध्यक्षता में हुई। बैठक में सभी व्यापारियों ने व्यापारी पुनीत अग्रवाल के मिल पर छापा मार कार्रवाई का विरोध किया। व्यापारियों ने कहा कि अष्टलक्ष्मी एग्रोटेक प्राइवेट लिमिटेड में छापा मारकर पूरे परिसर को सीज करना गैरकानूनी है। अगर कोई चीज संदिग्ध थी तो उस वस्तु को सीज किया जा सकता था और व्यापारी से स्पष्टीकरण लेकर आगे की कार्रवाई की जा सकती थी, लेकिन प्रशासन ने पूरे मिल परिसर को सीज कर अपनी पूरी प्री प्लानिंग का सबूत दिया है। जिले में वैसे ही उद्योग-धंधों का अकाल पड़ा हुआ है। जिले में यह बड़ी चावल मिल यूनिट है। अगर यह भी बंद हो जाएगी तो काफी परिवार बेरोजगार हो जाएंगे। व्यापारियों ने जनहित में मिल परिसर को खोलकर व्यापारी को राहत देने की मांग की और ऐसा न करने पर व्यापारी चुपचाप नहीं बैठेंगे। संचालन महामंत्री उमाशंकर वार्ष्णेय ने किया। बैठक में मुकेश बंसल, प्रवीण वार्ष्णेय, संजय वार्ष्णेय, राजेश वार्ष्णेय, नमन बंसल, अशोक गोयल, कुलदीप वार्ष्णेय, मनीष अग्रवाल, नरेंद्र बंसल, प्रमोद अग्निहोत्री, नवनीत वार्ष्णेय, मदनलाल, पवन शर्मा, भानु प्रकाश आदि व्यापारी मौजूद रहे। संवाद

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