
गोरखपुर जिले में एक हैरान करने वाला मामला समाने आया है। यहां बेलीपार इलाके के महावीर छपरा में बुधवार सुबह आठ बजे स्कूल जा रही सात वर्षीय शिवांगी को बोरे में डालकर अपहरण का प्रयास करने के तीन आरोपी पकड़े हैं। आरोपी पति-पत्नी और उसके बेटे को ग्रामीणों ने पीट कर पुलिस को सौंप दिया।तीनों आरोपी असम के निवासी हैं और वर्तमान में अमरुद मंडी के पास किराए पर रह रहे हैं। आरोपियों की पहचान असम के नवलपाड़ी जिले के सियालमाड़ी थाना क्षेत्र के गोरेवाला गांव निवासी मोहर, उसकी पत्नी सकीना और बेटे हमीदुल के रूप में हुई है। उनसे पूछताछ कर पुलिस जानने की कोशिश कर रही है कि यह पहली वारदात थी या इससे पहले भी वारदात को अंजाम दे चुके हैं।महावीर छपरा निवासी बढ़ाई का काम करने वाले संजय प्रजापति की बेटी शिवांगी गांव की स्कूल में कक्षा 2 की छात्रा है। घर से उसका स्कूल करीब 250 मीटर की दूरी पर है। शिवांगी दो बड़े भाइयों सत्यम (10) शिवम (8) के साथ बुधवार को स्कूल जा रही थी। दोनों भाई आगे निकल गए और पीछे से शिवांगी को पकड़कर तीनों आरोपियों ने बोरे में भरने की कोशिश की।बच्ची के शोर मचाने पर एक ग्रामीण की नजर पड़ी तो उसने आरोपियों को दौड़ा लिया। गांव के अन्य लोग भी आ गए और आरोपियों को पकड़कर पिटाई शुरू कर दी। पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पूछताछ में पता चला कि तीनों असम से आकर यहां कूड़ा बीनने का काम करते हैं। पुलिस उनके गिरोह बारे में जानकारी जुटा रही है। पुलिस ने शिवांगी के बाबा सोमई प्रजापति की तहरीर पर केस दर्द कर लिया है।आरोपियों के पास से पुलिस को एक गाड़ी भी मिली है, जिस पर वह कूड़े को लाद ने की बात कर रहे हैं। साजिश थी कि कूड़े के बीच में ही बच्ची को बोरे में भरकर छिपा लिया जाएगा। पुलिस भी कूड़े का ढेर देखने के बाद आमतौर पर चेक नहीं करती है।