
बेतिया: नगर के आलोक भारती शिक्षण संस्थान के विद्यार्थियों में फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता का आयोजन शिक्षक दिवस के मौके पर किया गया। मेरी ही तरह की साड़ी रूप धारण किये एक करीब 8 साल बच्ची स्टेज पर पहुंची। उसने स्टेज पर आते ही कहा- “हेलो एवरी-वन, आई एम गरिमा देवी सिकारिया, पुउर पीपल सर्विस इज माई नेचर” मुझे मेरे कुछ शुभचिंतकों ने इसकी जानकारी के साथ इसका वीडियो भी साझा किया।
मेरे लिये यह दृश्य पहला और अनूठा है।मैं तुतली बोली में बोलती बेटी सरीखी बच्ची के जेहन में खुद के रॉल (भूमिका) को एक मॉडल के रूप में प्रस्तुत करते देखी कि मेरे से बड़े, बुजुर्ग और अब बच्चों की भी अपेक्षाएं बढ़ रहीं हैं। मैं इस दृश्य को अपने लिये एक बड़ी जिम्मेदारी मान रहीं हूं।