मेरी एडलिन ने बढ़ाया पश्चिम चम्पारण जिला का मान
बेतिया: पश्चिम चम्पारण जिला की शिक्षिका किसी पहचान की मुंहताज नहीं हैं। शैक्षिक पृष्ठ भूमि से जुड़ी रही मेरी एडलिन ने प्रारंभ से कुछ अलग कर गुजरने की तमन्ना रखा। उनकी मां स्व. कॉर्नेट डेनिस व पिता डेनिस लॉरेंस पीटर ने उन्हें अच्छी शिक्षा दी। उल्लेखनीय है कि मेरी एडलिन की पृष्ठभूमि ईसाई धर्म की है, अलबत्ता संस्कृत को उन्होंने कैरियर बनाया। सबसे अच्छी बात यह कि मेरी एडलिन ने संस्कृत को चुना, संस्कृत और संस्कृति को छोड़ने वालों के लिए सुश्री एडलीन ने एक चुनौती दिया है। वर्ष 2006 में शिक्षिका नियुक्त हुई तथा चनपटिया प्रखण्ड के राजकीय प्राथमिक विद्यालय खैरवा टोला में अध्यापन किया। कालांतर वर्ष 2013 में राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय (+2) कुमारबाग में संस्कृत शिक्षिका के रुप में योगदान दिया। उसके बाद मेरी एडलिन ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। उल्लेखनीय है कि मेरी एडलिन ने न केवल शिक्षा बल्कि सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़ कर कार्य किया। जिसमे शिक्षा, उन्नयन पश्चिम चम्पारण ऑनलाइन क्लास, साक्षरता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य, बालिकाओं को सशक्त और जागरूक बनाने को कार्यरत रही, माहवारी स्वच्छता प्रबंधन और एडोलेसेन्स विषय पर कार्य महत्वपूर्ण है। अतिप्रशंसनीय कार्य यह कि मेरी एडलिन नई पहल प्रारंभ किया “एक पहल आइये बच्चियों को बनाये सबल” । उनका यह अभियान वर्ष 2017 से लगातार अपने विद्यालय के अतिरिक्त जिला के सरकारी, गैर सरकारी विद्यालयों और संस्थाओं में संचालित है। जिसमे बालिकाओं और किशोरियों को गुड टच, बैड टच, बलात्कार और छेड़छाड़ से बचाव की जानकारी देती रही है।
केंद्र एवं राज्य सरकार की विकासात्मक योजनाओं की सफलता की बुलंदी पर पहुंचाने में जिला प्रशासन के साथ हम कदम बनकर मेरी एडलिन ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। स्वच्छता अभियान, मतदाता जागरुकता अभियान, जल-जीवन-हरियाली-हरियाली अभियान, मद्यनिषेध अभियान, बाल विवाह एवं दहेज प्रथा उन्मूलन अभियान, मुख्यमंत्री अक्षरांचल योजना में बढ़-चढ़ कर कर्तव्य म निर्वहन करती रही है। उन्होंने समाजसेवा के क्षेत्र में गरीब, जरुरतमंद, वृद्ध, असहाय और कुष्ठ रोगियों की हमेशा सेवा करती रहती है। बाढ़, आगलगी जैसी अन्य आपदा में लोगों की मदद करती रही, कोरोना काल में हजारों परिवारों को आर्थिक और सूखा राशन देकर मदद पहुँचाई है। मेरी एडलीन को शिक्षा और समाजसेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने को लेकर सरकार, प्रशासन और कई अन्य संस्थाओं से अब तक कई अवार्ड मिले हैं। बिहार सरकार ने जिला प्रशासन के अनुशंसा पर उन्हें राजकीय शिक्षक सम्मान 2022 से नवाजा जाएगा। भारत के राष्ट्रपति रहे शिक्षक डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन शिक्षक दिवस पर 05 सितंबर 2022 को पटना में आयोजित राजकीय शिक्षक सम्मान समारोह में पुरस्कृत होंगी। जिले के राजकीय +2 उच्च विद्यालय कुमारबाग की शिक्षिका सुश्री मेरी आडलीन को राजकीय शिक्षक सम्मान 2022 से सम्मानित किया जाएगा। सुश्री एडलीन ने कहा कि उनका सम्मान स्वर्गीय माँ कार्नेट डेनिस और जिला वासियों को समर्पित है। मार्गदर्शक शिक्षक मनोज झा और प्रत्येक व्यक्ति के प्रति आभार व्यक्त किया है।