करन करा वनहार परमपिता परमात्मा शिव
हम सभी मानते हैं, यह सृष्टि ईश्वर की रचना है। और उसी के बनाए विधान से चलती है। जब ईश्वरीय विधान की अवहेलना होती है तभी दुख अशान्ति बढती है।…
हम सभी मानते हैं, यह सृष्टि ईश्वर की रचना है। और उसी के बनाए विधान से चलती है। जब ईश्वरीय विधान की अवहेलना होती है तभी दुख अशान्ति बढती है।…
इसमें संदेह नही कि कर्मो की गति अति गहन हैं। श्रेष्टाचारी बनने के लिए कर्म अकर्म विकर्म की गति को समझना तथा पापकर्मो के दुख रुपी दंड की पूरी जानकारी…
टैªफिक पुलिस नें सिविक सेंटर और सूर्यामाँल इलाके मे ंनो पार्किग में खडे वाहनो के पहिया में लाँक लगा दिया। दोनो इलाके का मिलाकर करीब 45 वाहनो के खिलाफ मोटर…
शासकीय हाई स्कूल गनियारी रसमड़ा में विश्व पुस्तक दान दिवस प्रोग्राम का आयेजन किया गया । इस प्रोग्राम में लेखक व व्याख्याता कैलाश बनवासी मुख्य अतिथि थे। उन्होने बच्चो के…
शांति का अर्थ हैं स्वयं की गलतियो दोषों की महसूसता। ऐसा व्यक्ति हर बात में अन्य किसी को दोषी न ठहराकर स्व्यं का दोषी महसूस करेगा जिससे उसका मन शंात…
चूंकि हमारा मन भौतिक नही है। तो भौतिक दवाइयो आदि से संपूर्ण इलाज संभव नही है। फिर बच्चो का वर्तमान बातावरण और डिजिटल वायरस से कैसे बचांए। सहज राजयोग के…
कुछ लोग कहते है कि उनका अवगुण ही इतना बड़ा हैं कि उनको देखते या उनके लिए सोचते ही उनका अवगुणी रुप सामने आ जाता है। इसके लिए भी परमात्मा…
किसी भी कार्यक्षेत्र में सफलता का आधार एकाग्रता है। चाहे शोध व्यवसाय, सेवा या फिर कृषि कार्य। पढ़ाई में अच्छे अंको से पास होने का आधार भी एकाग्रता है। उपरोक्त…
परमात्मा के साथ अपना सम्बन्ध मानने से ही उसके प्रति हमारे मन में प्रेम ही तो मन को मग्न करने एवं जोडने का साधन है। अतः हरेक योगाभ्यासी को चाहिए…
ऐसी वाणी बोलिए मन का आपा खोए औरन को शीतल करे आपहू शीतल होय। शब्द संभल कर बोलिए शद के हाथ ना पाव एक शब्द औषध बने एक शब्द करे…