रामनगर के बरगजवा गांव की है घटना, एसडीपीओ व सीओ की उपस्थिति में पूरी की गई सारी प्रक्रिया
शव को पोस्टमार्टम के लिए बगहा अनुमंडल अस्पताल भेजा
बेतिया : पश्चिम चम्पारण जिला के बगहा पुलिस अंतर्गत रामनगर थाना क्षेत्र के बरगजवा गांव में विवाहिता की हत्या मामला की जांच के लिए शनिवार को बरगजवा गांव में एक शव को कब्र से निकाला गया। एसडीपीओ नंदजी प्रसाद व दंडाधिकारी के रूप में प्रतिनियुक्त सीओ विनोद कुमार मिश्र की उपस्थिति में गांव के कब्रगाह से शव निकाला गया। इस दौरान वहां भारी पुलिस बल तैनात रही। इस बाबत एसडीपीओ श्री प्रसाद ने बताया कि मृतका के शव को पोस्टमार्टम के लिए बगहा अनुमंडलीय अस्पताल भेजा जा रहा है। पोस्टमार्टम के बाद ही इसके मौत के कारणों का खुलासा हो सकेगा। उन्होंने बताया कि यह पूरी कार्रवाई मृतका के भाई शिकारपुर थाना क्षेत्र के धूमनगर निवासी मो अमालुद्दीन के दर्ज हत्या कांड की जांच के अनुसंधान को शव कब्र से निकाला गया। उल्लेखनीय है कि बरगजवा गांव निवासी मो गयासुद्दीन की पत्नी सिब्बी खातून की मौत विगत 20 अगस्त 2023 को हुई। ससुरालवालों ने उसके शव को गांव के कब्रगाह में चुपके से दफन कर दिया। इस सम्बंध में विवाहिता के भाई मो अमालुद्दीन ने हत्या का मामला दर्ज कराया है। जिसमे उसने बहन के ननदोई समेत अन्य लोगों पर अपनी बहन की हत्या करने का आरोप लगाया। मृतका के ननदोई इमरान आलम, पति गयासुद्दीन, ननद अन्हा खातून व चार अन्य अज्ञात को नामजद किया है। हत्या का कारण ननदोई का गलत सम्बंध स्थापित करने की मानसा से लंबे समय तक दवाब बनाने व उसमे असफल होने पर खार खाकर हत्या करने की बात बतायी गयी है। इस सम्बंध में मृतक के भाई मो अमालुद्दीन ने बताया कि वर्ष 2012 में उसकी बहन सिब्बी खातून की शादी बरगजवा गांव निवासी गयासुद्दीन के साथ हुई। जिससे उनको तीन बच्चे हैं। उनके बहनोई विदेश में नौकरी करता हैं। लगभग चार वर्षों से उसके बहन का ननदोई इमरान आलम उस पर गलत निगाह रखता रहा। वह उसके साथ अनैतिक संबंध स्थापित करना चाहता रहा। परंतु मृतका का विरोध उसकी हत्या का कारण बन गया। उसने अपने साथियों के साथ मिलकर उसके बहन की हत्या कर दी। उस वक्त वह दिल्ली में रहा, जिसके कारण वह पुलिस के समक्ष देर से आ पाया। उधर कब्र से शव को निकालने के दौरान लोगों की भारी भीड़ भी कब्रगाह के आस पास देखने को मिली।