देश की राजधानी काबुल में तालिबान ने महिलाओं पर सार्वजनिक पार्कों और मेले में प्रवेश करने पर प्रतिबंध लगा दिया . यह नया नियम इसी हफ्ते लागू किया गया है. इसके तहत महिलाओं को सार्वजनिक स्थान पर एंट्री नहीं मिलेगी. यहां पहले ही महिलाओं पर कई तरह से प्रतिबंध लगाए जा चुके हैं इसके अलावा यहां स्कूलों में भी छात्र और छात्राओं के बीच भेदभाव देखने को मिल रहा है. लड़कियों को छठी कक्षा के बाद शिक्षा प्राप्त करने की अनुमति अफगानिस्तानी सरकार ने नहीं दी है. एक महिला ने इसपर कहा कि यहां न महिलाओं के लिए स्कूल है और न ही काम है. हमारे पास एक ही जगह थी, यहां भी अब एंट्री पूरी तरह से बंद कर दी गई है. उसने कहा कि यहां महिलाएं इन अत्याचारों से तंग आ चुकी हैं.
अफगानिस्तान की तालिबान सरकार नें राजधानी काबुल के सार्वजानिक पार्क और मेलो में महिलाओं के जाने पर प्रतिबंध का फरमान जारी किया है। महिलाएं अपने बच्चों के साथ पार्क और मेला में नही जा सकेंगी। तालिबान प्रवक्ता ने कहा कि पार्क और मेलों में महिलाएं बिना हिजाब के दिख रही थी इसलिएं यह फैसला किया है। इस फरमान के बाद काबुल का महशूर जाजई पार्क सुनसान हो गया है। उल्लेखनीय है। कि अफगानिस्तान मे महिलाएं किसी पुरुष साथी के बिना बाहर भी नही निकल सकती है । अफगानिस्तान में पिछले एक साल से भी ज्यादा समय से लड़कियो के ज्यादातर माध्यमिक स्कूल बंद है।