देश आजाद हुए 75 साल हो चुके है। 75 वर्षा की यात्रा मे भारत ने सफलता की कई कहानियां लिखी है। इन कहानियो के पीछे देश के असली नायक हमारे शिक्षक ही है। एक देश भविष्य मे जाकर कैसे बनेगा? यह उसके शिक्षक ही तय करते है। वे ही राष्ट्र के वास्तविक शिल्पकार होता है। शिक्षक ही हमे वह शक्ति दे सकता है जो असंभव को भी संभ बना सकती है। देश मे पहली बार 5 सिंतबर 1962 को शिक्षक दिवस मनाया गया था। शिक्षक दिवस के आज 60 वर्ष पूरे हो रहे है। ऐसे मे आज विशेष अवसर है शिक्षको के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करने का। आज देश के हर उस शिक्षको नमन करता हुँ।