प्रक्षेत्र भ्रमण द्वारा समेकित कृषि प्रणाली को बढ़ावा से किसानों ने सीखे आत्मनिर्भरता के गुर
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पटना: भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर, पटना द्वारा जनजातीय उपयोजना द्वारा प्रायोजित “कौशल से किसान समृद्धि” कार्यक्रम अंतर्गत असम राज्य के किसानों के लिए एक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य किसानों की आजीविका में सुधार लाना तथा समेकित कृषि प्रणाली को बढ़ावा देना है।
प्रशिक्षण के दौरान किसानों में समेकित कृषि प्रणाली के प्रति गहन समझ विकसित करने के लिए प्रक्षेत्र भ्रमण का आयोजन किया गया। इस अवसर पर असम के सभी 15 प्रगतिशील किसानों को वैशाली जिले के लालगंज स्थित निषाद फार्म ले जाया गया, जो लगभग 15 एकड़ में फैला हुआ है।
फार्म के संचालक गौतम साहनी ने किसानों को समेकित कृषि प्रणाली के विभिन्न आयामों जैसे – बत्तख पालन, मुर्गी पालन, बकरी पालन एवं बागवानी की नवीन तकनीकों से अवगत कराया तथा उन्हें इन उद्यमों को आजीविका उन्नयन में अपनाने के लिए प्रेरित किया। यह प्रक्षेत्र भ्रमण डॉ. तारकेश्वर कुमार, वैज्ञानिक तथा तकनीकी कर्मी अमरेंद्र कुमार एवं सुनील कुमार के संरक्षण में संपन्न हुआ। इस पहल से न केवल किसानों को समेकित कृषि प्रणाली की व्यवहारिक जानकारी मिली, बल्कि उन्हें यह विश्वास भी हुआ कि विविध कृषि-उद्यमों को अपनाकर आय और पोषण सुरक्षा दोनों को सुनिश्चित किया जा सकता है। संपूर्ण प्रशिक्षण कार्यक्रम संस्थान के निदेशक डॉ. अनुप दास के मार्गदर्शन में दिनांक 13 सितंबर 2025 तक आयोजित किया जाएगा ।