कबीरधाम जिले का बंदूककुंदा , सौरू, घूमाछापर समेत 7- 8 ऐसे गांव हैं, जहां 7 साल पहले तक नक्सलियों की दहशत था। ग्रामीण अपने बच्चों को दूसरे गांव के स्कूल में पढ़ने नहीं भेजते थे। लेकिन अब नक्सली खौफ वाले गांवों में ही अस्थायी स्कूल खुल गए हैं। इससे उन गांवों के बच्चे वहीं पढ़ रहे हैं। बीते 4 साल में इन अस्थायी स्कूलों में 700 से ज्यादा बच्चे 5वीं पास कर चुके हैं। इनमें से 50 बच्चे ऐसे भी हैं, कबीरधाम पुलिस के एंटी नक्सल मूवमेंट और कम्यूनिटी पुलिसिंग की बदौलत ये सब संभव हुआ। एसपी डॉ. लाल उमेंद सिंह ने बताया कि नक्सल प्रभावित ग्राम सौरू, पंडरीपथरा, बंदूककुंदा, झुरगीदादर, सुरूतिया, मांदीभाठा, तेंदूपड़ाव और बगई पहाड़ गांव में अस्थायी स्कूल खोलवाया। ताकि यहां के बच्चे गांव में ही रहकर पढ़ सकें