महिला सशक्तिकरण और उद्यमिता के लिए 7 दिवसीय सिलाई प्रशिक्षण का आयोजन

पटना: भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर, पटना के प्रयास पहल अंतर्गत सिलाई प्रशिक्षण का शुभारंभ 1 मार्च को हुआ। महिलाओं के सशक्तिकरणऔर कौशल विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर, पटना ने अनुसूचित जाति उप-योजना (एससीएसपी) कोष अंतर्गत प्रयास (PRAYAS) की पहल पर एक सप्ताह का सिलाई मशीन प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन किया। संस्थान के निदेशक डॉ. अनुप दास के मार्गदर्शन पर संस्थान, इस दिशा में कार्य किया जा रहा है, जिसमें संस्थान कृषि और गैर-कृषि सहायता के माध्यम से क्षमता निर्माण का कार्य कर रहा है।
पिछले वर्ष इस कार्यक्रम में, महिलाओं को सिलाई मशीनें वितरित की गईं, जिसमें कुछ महिलाओं ने अपने-अपने कार्य में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया और कुछ महिलाओं को प्रशिक्षण की आवश्यकता शेष रह गई। जिनके प्रशिक्षण की आवश्यकता को समझते हुए, दिनांक 1 मार्च 2025 शनिवार 7 मार्च 2025 तक सात दिवसीय सिलाई प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। उद्घाटन सत्र के दौरान प्रशिक्षुओं को कैंची, सुई और अन्य सहायक उपकरण सहित आवश्यक सिलाई सामग्री वितरित की गई। इस पहल का उद्देश्य महिलाओं को स्थायी आजीविका का संसाधन उपलब्ध कराते हुए, आजीविका समस्या समाधान, वित्तीय स्वतंत्रता को बढ़ावा देना और सामाजिक उत्थान करना है। उपर्युक्त कार्यक्रम कौशल विकास को आजीविका संवर्धन के साथ एकीकृत करने के भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर, पटना के चल रहे प्रयास को प्रदर्शित करता है, जो ग्रामीण समुदायों के लिए एक उज्ज्वल भविष्य सुनिश्चित करता है। उपर्युक्त टीम में संस्थान से डॉ. शिवानी, डॉ. रजनी कुमारी, डॉ. रचना दुबे, डॉ. कुमारी सुभा, डॉ. कीर्ति सौरभ, डॉ. आरती कुमारी, नूपुर कुमारी, उमेश कुमार मिश्र और उषा किरण शामिल हैं।

पटना: भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर, पटना के प्रयास पहल अंतर्गत सिलाई प्रशिक्षण का शुभारंभ 1 मार्च को हुआ। महिलाओं के सशक्तिकरणऔर कौशल विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर, पटना ने अनुसूचित जाति उप-योजना (एससीएसपी) कोष अंतर्गत प्रयास (PRAYAS) की पहल पर एक सप्ताह का सिलाई मशीन प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन किया। संस्थान के निदेशक डॉ. अनुप दास के मार्गदर्शन पर संस्थान, इस दिशा में कार्य किया जा रहा है, जिसमें संस्थान कृषि और गैर-कृषि सहायता के माध्यम से क्षमता निर्माण का कार्य कर रहा है।
पिछले वर्ष इस कार्यक्रम में, महिलाओं को सिलाई मशीनें वितरित की गईं, जिसमें कुछ महिलाओं ने अपने-अपने कार्य में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया और कुछ महिलाओं को प्रशिक्षण की आवश्यकता शेष रह गई। जिनके प्रशिक्षण की आवश्यकता को समझते हुए, दिनांक 1 मार्च 2025 शनिवार 7 मार्च 2025 तक सात दिवसीय सिलाई प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। उद्घाटन सत्र के दौरान प्रशिक्षुओं को कैंची, सुई और अन्य सहायक उपकरण सहित आवश्यक सिलाई सामग्री वितरित की गई। इस पहल का उद्देश्य महिलाओं को स्थायी आजीविका का संसाधन उपलब्ध कराते हुए, आजीविका समस्या समाधान, वित्तीय स्वतंत्रता को बढ़ावा देना और सामाजिक उत्थान करना है। उपर्युक्त कार्यक्रम कौशल विकास को आजीविका संवर्धन के साथ एकीकृत करने के भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर, पटना के चल रहे प्रयास को प्रदर्शित करता है, जो ग्रामीण समुदायों के लिए एक उज्ज्वल भविष्य सुनिश्चित करता है। उपर्युक्त टीम में संस्थान से डॉ. शिवानी, डॉ. रजनी कुमारी, डॉ. रचना दुबे, डॉ. कुमारी सुभा, डॉ. कीर्ति सौरभ, डॉ. आरती कुमारी, नूपुर कुमारी, उमेश कुमार मिश्र और उषा किरण शामिल हैं।
Post Views: 96