एक बार एक महिला अपने बच्चे को पढ़ाई करा रही थी साथ में सब्जी भी काट रही थी। बच्च पढ़ाई पर ध्यान ही नही दे रहा था और कोशिश भी नही कर रहा था। इस बात पर माँ को बहुत गुस्सा आ रहा था, वह उस पर चिल्ला रही थी। बच्चा फिर भी समझ नही रहा था। बच्चे की इस हरकत से माता का क्रोध इतना बढ़ गया कि उसने हाथ के चाकू से बच्चे को मारा और बच्चे की उसी समय मौत हो गई। बच्चे को मरा हुआ देखकर माँ के पैरो तले से जमीन खिसक गया, पच्श्राताप की आग में वह जलने लगी, तडपने लगी लेकिन अब क्या हो सकता था। क्रोध का एक ऐसा क्षण जिसने पल भर में सबकुछ खत्म कर दिया। माँ जो ममता की मूरत होती है। का्रेधवश हत्यारन बन गई वह भी अपने ही बच्चे की का्रेध की अग्नि ने उसका संसार ही जला ड़ाला।